हरिद्वार कुंभ में आज बैसाखी मेष संक्रांति के अवसर पर तीसरा शाही स्नान है। जहां भक्त आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। इस अवसर पर सभी 13 अखाड़े एक-एक करके गंगा में स्नान करने गए। जिनमें सात सन्यासी अखाड़े, तीन बैरागी और तीन वैष्णव अखाड़े थे। सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा ने हर की पौड़ी पर पहुंचकर गंगा में स्नान किया। शाही स्नान से पहले सुबह हरकी पैड़ी पर भव्य गंगा आरती की गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और बैसाखी के पावन अवसर पर मां गंगा के दर्शन किए। वहीं इस मौके पर प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद दिखा।
प्रशासन ने नई गाइडलाइंस की जारी
कुंभ मेला प्रशासन के मुताबिक आज कुंभ का तीसरा शाही स्नान सुबह 10.15 से शुरू होकर शाम 5.30 बजे तक चलेगा। जहां तीसरे शाही स्नान के लिए हरिद्वार मेला प्रशासन ने साधु संतों के लिए मेला प्रशासन ने नई गाइडलाइंस भी जारी की हैं। इसके तहत सुबह 7 बजे के बाद हरकी पैड़ी अखाड़ों के लिए आरक्षित हो जाएगी। ऐसे में सुबह 7 बजे तक ही स्नान हरकी पैड़ी पर श्रद्धालु कर पाएंगे।
कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां
शाही स्नान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे हैं, और सुबह से ही हर की पौड़ी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। कोरोना काल में हो रहे महाकुंभ में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही कोई मास्क लगाए नजर आ रहा है। कई साधु कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, बावजूद इसके कोरोना नियमों का पालन कराने में पुलिस अक्षम दिखाई दे रही है।
निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य
30 अप्रैल तक चलने वाले इस महाकुंभ में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं को कोविड-19 की 72 घंटे पहले तक की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी। कोरोना महामारी के चलते अब शासन-प्रशासन सख्त है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है। भक्तों के साथ-साथ अखाड़ों के शाही स्नान के लिए कार्यक्रम तय किया गया है। और सभी अखाड़ों को आधा-आधा घंटा स्नान का समय दिया गया है।