नई दिल्ली। एक बार फिर यशवंत सिंहा के बाद बीजेपी के अंदर से आवाज उठी है इस बार ये आवाज वाजपेयी सरकार के मंत्री रहे अरूण शौरी की है। मीडिया से बात करते हुए अरूण शौरी ने कहा कि नोटबंदी काले धन के गौरा करने की स्कीम थी। जिसके पास भी काला धन था उसने नोटबंदी का फायदा उठाकर उस काले धन को सफेद कर लिया। शौरी ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि सिर्फ ढाई लोग सरकार चला रहे हैं और आर्थिक फैसले भी वही ढाई लोग लेते हैं। पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, और तीसरा इशारा उनका वित्त मंत्री अरूण जेटली की ओर था।
तीन लोग ले रहे बड़े आर्थिक फैसले
बता दें कि शौरी ने आगे कहा कि आरबीआई का कहना है कि नोटबंदी के बाद 99 फीसद पुराने नोट वापस आ गए। मतलब है कि नोटबंदी से काला धन खत्म नहीं हुआ। जीएसटी को लेकर शौरी का कहना है कि जीएसटी अर्थव्यवस्था में सुधार करे लिए था लेकिन उसको ठीक से लागू नहीं किया गया। अब तक तीन महीने के अंदर सात बार नियम बदले गए हैं। आर्थिक फैसले एक चैंबर में बैठकर सिर्फ तीन बड़े लोग रहे हैं।
कौन है अरूण शौरी
अरूण शौरी 1999-2004 के बीच वाजपेयी सरकार में विनिवेश मंत्री रहे। BALCO पहली सरकारी कंपनी थी जिसका शौरी के कार्यकाल में विनिवेश हुआ। देश के पहले और आखिरी विनिवेश मंत्री रहे, अभी ये विभाग वित्त मंत्री के पास होता है। साल 1998-2004, 2004-2010 दो बार राज्यसभा के सांसद रहे। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के संपादक भी रहे हैं।