टेरर फंडिंग मामले में हुर्रियत नेताओं पर इन दिनों एनआईए का शिकंजा लगातार कसा जा रहा है और इन दिनों हुर्रियत नेताओं की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। इसी कड़ी में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने हुर्रियत नेता एसएएस गिलानी के दामाद सहित चार कश्मीरी अलगाववादियों की हिरासत का वक्त बढ़ा दिया है। कोर्ट ने इनकी 10 दिन की हिरासत दी है।
एनआईए ने इनकी हिरासत की मांग की थी। कोर्ट ने इनकी 10 दिन की न्यायिक हिरासत और बढ़ा कर जेल भेज दिया है। विशेष न्यायाधीश ओपी सैनी ने अन्य अलगाववादी नेताओं को एक महीने के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एनआईए लगातार टेरर फंडिंग मामले में अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा कसने में लगी हुई है। लगातार इस मामले में कोई ना कोई नया मुद्दा सामने आ रहा है। वही अब एनआईए के शिकंजे में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी भी फंसते दिखाई दे रहे हैं। संबंधित मामले में फंसते दिखाई दे रहे हैं।
24 जुलाई को इन अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। इन अलगाववादी नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने घाटी में हिंसा को भड़काने, तथा आतंकवाद को बढ़ाना देने में अपनी भूमिका अदा की है, इसके तरह इन्हें गिरफ्तार किया गया था। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू का कहना है कि संबंधित मामले में जिसका भी नाम सामने आएगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। किरण रिजिजू ने कहा है कि कानून के दायरे में जो भी आएगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। इससे पहले एनआईए ने सैयद अली शाह गिलानी के बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया था। सूत्रों के अनुसार खबर आई है कि अब गिलानी की 14 संपत्तियों को चिह्नित किया गया है। यह संपत्तियां 100 से 150 करोड़ रुपए के बीच में हैं।