धार्मिक नगरी देवबंद में जितनी तेजी से कोरोना संक्रमण फेला था उतनी ही तेजी से समाप्त भी हुआ है। वर्तमान में केवल 15 लोग कोरोना संक्रमित हैं जिनका कोविड वन अस्पताल में उपचार चल रहा है।
इतना ही नहीं विगत 2 मई से नगर में कोरोना का कोई नया कैस भी नहीं आया है। जिस पर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के अधिकारी राहत की सांस ले रहे थे।
लेकिन आठ दिन पूर्व महाराष्ट्र से आए 17 प्रवासी मजदूर जिन्हें स्वास्थ्य विभाग ने होम क्वारंटीन कर रखा था में से एक मजदूर की गुरुवार को कोरोना रिपोर्ट पोजीटिव आने से अधिकारियों में फिर से हडकंप मच गया है।
आनन फानन में पीड़ित मजदूर को कोविड वन अस्पताल भेजते हुए उसके अन्य 16 साथियों को जामिया तिब्बिया अस्पताल में बने क्वारंटीन सेंटर में भर्ती करा दिया है।
देवबंद। दो दिन पूर्व भी 9 अन्य प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र से देवबंद पहुंचे थे। बताया जाता है कि उक्त मजदूर सरकारी अस्पताल में जांच कराए बिना ही अपने घर चले गए थे।
गुरुवार को एक मजदूर के पोजीटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस बल के साथ मोहल्ला पठानपुरा पहुंची और आठ मजदूरों को तलाश कर जामिया तिब्बिया में क्वारंटीन करा दिया। बताया जाता है कि एक मजदूर अपने घर पर नहीं मिला, जिसकी तलाश की जा रही है।
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महाराष्ट्र से 17 प्रवासी मजदूर आठ दिन पूर्व बस द्वारा देवबंद आए थे। जिनके पिलखनी अस्पताल में सैंपल लेकर उन्हें उनके घरों के निकट ही एक मकान में क्वारंटीन करस दिया गया था। इनमें से एक मजदूर की रिपोर्ट गुरुवार को पॉजिटिव आई है। डा. इंद्राज सिंह, सीएचसी अधीक्षक देवबंद
देवबंद,उत्तर प्रदेश से तस्लीम देवबंदी की रिपोर्ट