नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को अब एक साल से भी कम का समय रह गया है, जिसको लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है,लेकिन चुनाव से पहले ही कांग्रेस को उसके गढ़ रायबरेली में तगड़ा झटका लगा है। दरअसल सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली से कांग्रेस एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह अपने पूरे परिवार के साथ पार्टी को अलविदा कहते हुए बीजेपी का दामन थामने जा रहे हैं। रविवार को प्रताप सीएम योगी और पार्टी अध्यक्ष शाह की मौजूदगी में अपने परिवार के साथ बीजेपी में शामिल होंगे।
बता दें कि रायबरेली कांग्रेस का गढ़ है, जिसे मोदी लहर भी नहीं हिला पाई थी, जिसको देखते हुए बीजेपी एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाकर कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने की तैयारी कर रही है, जिसके लिए उसे प्रताप के रूप में तुरुप का इक्का मिल गया है। प्रताप के अलावा कांग्रेस का एक बड़ा खेमा बीजेपी में शामिल हो रहा है, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह सहित जिला पंचायत सदस्य और कई दर्जन कार्यकर्ता शामिल हैं।
बीजेपी में शामिल होने को लेकर दिनेश ने कहा कि सोनिया गांधी ने रायबरेली को प्राइवेट लिमिटेड समझ लिया है। रायबरेली नेहरू-गांधी परिवार के लिए मनोंरजन की जगह बन गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व रायबरेली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भ्रूण हत्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि रायबरेली कभी कांग्रेस का मजबूत गढ़ नहीं रहा है यहां लोग सोनिया गांधी वोट करते हैं न कि कांग्रेस को। रायबरेली में जब कांग्रेस खुद लड़ती है तो उसे सिर्फ 10 से 20 हजार ही वोट मिलते हैं।
रायबरेली में सोनिया अपने सिवा किसी को सांसद, विधायक, एमएलसी और पंचायत प्रमुख का चुनाव नहीं जिता पाती। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के अलावा जब कभी कोई कांग्रेस का यहां से चुनाव लड़ा है तो उसे 50 हजार से ज्यादा वोट नहीं मिल पाया इसलिए इसे कांग्रेस का गढ़ हम नहीं कह सकते। जबकि वहीं लखनऊ को देखिए अटल बिहारी वाजपेयी आज भले ही लखनऊ से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं,लेकिन फिर भी वहां बीजेपी का कोई भी चुनाव लड़ता है तो वे जीत हासिल करता है, इसे असली गढ़ कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि हमेशा से रायबरेली को नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ कहा जाता रहा है, लेकिन इसे कभी कांग्रेस का गढ़ नहीं बनाया गया बल्कि इसे गांधी-नेहरू खानदान का घर बनाया गया. रायबरेली में पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड बनाकर रख दिया गया। दिनेश सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि रायबरेली की मिट्टी पर जिले के कार्यकर्ताओं की भ्रूण हत्या हो रही है। ये भ्रूण हत्या कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कर रहा है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।