नई दिल्ली : कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसे वचनपत्र का नाम दिया गया है। घोषणापत्र में किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता और महिला सुरक्षा को लेकर बड़े वादे किए गए हैं। 112 पन्ने के वचनपत्र में 973 घोषणाएं शामिल की गई हैं। लेकिन पार्टी का मुख्य फोकस 75 घोषणाओं पर है।
ये हैं कुछ बड़े वादे:
किसानों के 75 हजार 800 करोड़ का कर्ज माफी का वादा
डीजल-पेट्रोल पर छूट मिलेगी
हर परिवार के एक बेरोजगार युवा को प्रतिमाह दस हजार रुपए दिया जाएगा।
सिंचाई के लिए बिजली की दरों को आधा करने और नई फसल बीमा योजना लागू करने का वादा भी पार्टी ने किया है।
इस वचन पत्र में कांग्रेस ने विधान परिषद का गठन करने का ऐलान किया है।
भ्रष्टाचार, माफिया राज खत्म करेंगे। इसके लिए जन आयोग का गठन करेंगे, इसमें पत्रकार, वकील और सम्मानित नागरिकों को सदस्य बनाया जाएगा।
घर की रसोई सस्ती करेंगे।
परीक्षा में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को फ्री लैपटॉप।
हर ग्राम पंचायत में गोशाला खोली जाएगी।
सामाजिक सुरक्षा की राशि 300 से एक हजार रुपए की जाएगी।
सरकारी कर्मचारियों को 2005 की पेंशन राशि मंजूर की जाएगी।
पुलिस फोर्स में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
कांग्रेस ने अपने इस वचन पत्र में नर्मदा पथ बनाने का वादा किया है और नदियों की सफाई की घोषणा भी की है।
विवेकानंद युवा शक्ति मिशन शुरू किया जाएगा। स्वरोज़गार के लिए 4 हज़ार का अनुदान दिया जाएगा।
उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नया विभाग खोला जाएगा।
मंडी शुल्क 1 फीसदी किया जाएगा।
7वां वेतनमान, वकीलों की सुरक्षा के लिए कानून, विधान परिषद का गठन।
60 साल उम्र से अधिक के पत्रकारों को 10 हजार रुपए मासिक दिया जाएगा।
वचन पत्र में कांग्रेस ने घोषणा की है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा के साथ किसान क्रेडिट की लिमिट बढ़ा दी जाएगी। साथ ही, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज आपराधिक प्रकरण भी वापस लिए जाएंगे।
बिजली चोरी के गलत प्रकरण वापस किए जाएंगे।इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और चुनाव अभियान समिति के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद हैं। कमलनाथ ने कहा, “भाजपा ने घोषणापत्र के नाम पर अब तक जुमलापत्र पेश किये हैं। कांग्रेस विकास का एक नया नक्शा बनाएगी। ये वचनपत्र पीसीसी में नहीं सड़क और खेतों में जाकर बना है।”
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी सोच सकारात्मक, प्रगतिशील और एक नये सवेरे की सोच है, पहली बार घोषणापत्र नही वचनपत्र और संकल्प पत्र रखा जा रहा है। मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होना है।