नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के घर पर मंगलवार सुबह हुई सीबीआई की छापेमारी को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार बदले की भावना की कार्रवाई करार दिया है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी सरकार बदले की भावना के चलते यह कार्रवाई कर रही है।‘
और अब लालू जी के परिवार जनों पर छापे। मोदी जी को भाजपा नेताओं का भ्रष्टाचार नहीं दिखता। इसे अंग्रेज़ी में कहते हैं Witch Hunting.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 16, 2017
भाजपा शासित राज्यों में कार्रवाई क्यों नहीं
दिग्विजय ने मध्य प्रदेश में व्यापम मामले का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में ऐसे घोटाले सामने आ रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा आखिर भाजपा और मोदी सरकार व्यापमं घोटाला मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच की इजाजत क्यों नहीं दे रही है?
सोमवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। सीबीआई ने चिदंबरम के घर समेत चेन्नाई में 16 जगहों पर छापे मारे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक कथित रूप से कार्ति चिदंबरम पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशी निवेश के मामले में क्लीयरेंस दिलाने की एवज में 2008 में रिश्वेत ली थी।
छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए पी. चिदंबरम ने कहा, ‘सरकार की मंशा मेरी आवाज बंद करने की है लेकिन इसके बावजूद मैं यह कहना चाहूंगा कि मैं सरकार के खिलाफ लिखता और बोलता रहूंगा।‘ चिदंबरम ने सरकार पर सीबीआई और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
इस संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ता टॉम वडक्कान ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यह लोगों का ध्याआन आकर्षित करने के लिए और एक धारणा विकसित करने के लिए किया गया है।’ वहीं कांग्रेस नेता के.आर. रामासामी ने इस मामले में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘पी.चिदंबरम और बेटे कार्ति के घर पर सीबीआई की छापेमारी की भाजपा साजिश।‘ जबकि रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘न तो हम और न ही पी. चिदंबरम जी इस तरह की गीदड़ भभकी से डरने वाले हैं।‘
जानिए पी. चिदंबरम के बारें में…
पी. चिदंबरम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक हैं और मनमोहन सिंह सरकार में वित्त मंत्री और गृह मंत्री रह चुके हैं। उस दौरान आईएनएक्स मीडिया पर पूर्व मीडिया टायकून पीटर मुखर्जी और पत्नी इंद्राणी मुखर्जी का स्वामित्व था जोकि अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में हैं।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक वे इस मामले की जांच कर रहे हैं कि कार्ति चिदंबरम की कंपनी को आईएनएक्स मीडिया समूह से 10 लाख रुपये मिले थे। उसके बदले में कार्ति की कंपनी ने आईएनएक्स मीडिया को चार करोड़ रुपये पाने के लिए एफआईपीबी यानी फॉरेन एक्सयचेंज प्रमोशन बोर्ड क्लीयरेंस दिलाने में मदद की थी। वास्तव में आईएनएक्स को इसके जरिये चार करोड़ नहीं बल्कि 305 करोड़ रुपये मिले थे।