दिल्ली। कांग्रेस ने पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह के बयान को खारिज करते हुए बटला हाउस मुठभेड़ को असली बताया है। पार्टी के अनुसार दिग्विजय सिंह का बटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी बताना और उस पर कायम रहना, पार्टी लाइन से हटकर उनका निजी बयान है। इससे पहले दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेस नेता इस मुठभेड़ को फर्जी बताकर मामले में जांच की मांग कर चुके हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को कहा कि पार्टी का रुख हमेशा से बहुत स्पष्ट है कि यह एक असली मुठभेड़ थी जिसकी पुष्टि दिल्ली उच्च न्यायालय और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा की गई थी। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं का इस मुठभेड़ को फर्जी बताना उनकी निजी राय है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता और पंजाब के पूर्व राज्यपाल शिवराज पाटिल ने भी बुधवार को बटला हाउस मुठभेड़ को सही ठहराया है। पाटिल ने कहा कि बटला हाउस मुठभेड़ को लेकर उन्हें कभी कोई शक नहीं था क्योंकि ये एक सही मुठभेड़ थी। इससे पहले मामले में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एनआईए जांच की मांग की है।
दरअसल आतंकी संगठन आईएस की ओर से हाल में जारी एक नए वीडियो में इंडियन मुजाहिदीन के दो आतंकियों की पहचान हुई है। इस वीडियो में नजर आ रहे दोनों आतंकी बाटला हाउस मुठभेड़ के संदिग्ध हैं। दोनों आतंकवादी इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य हैं। वीडियो के सार्वजनिक होने और सवालों के घेरे में आने पर दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को भी कहा कि मैं हमेशा से कहता आ रहा हूं कि बाटला मुठभेड़ फर्जी थी। यह जांच एजेंसियों को साबित करना है। मैं अभी भी इस बात पर कायम हूं।
इससे पहले 13 सितंबर 2008 को दिल्ली में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इन सीरियल ब्लास्ट में कई लोगों की जान चली गई थी। दिल्ली पुलिस को सूचना मिली कि इस बम ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आतंकी दिल्ली के बटला हाउस स्थित एक मकान में छुपे हए हैं। आतंकियों की धरपकड़ के दौरान वहां मौजूद पांच आतंकियों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरु कर दी। फायरिंग में इंस्पेक्टर शर्मा समेत दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं जवाबी फायरिंग में पुलिस ने दो आतंकी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद को मार गिराया। जबकि दो आतंकी मोहम्मद सैफ और जीशान को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन एक आतंकी भागने में सफल