फतेहपुर: यमुना नदी की बाढ़ से प्रभावित हुए ग्रामीणों को अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को यह बातें बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद कहीं। कांग्रेस जिला अध्यक्ष अखिलेश पांडेय ने पार्टी के वरिष्ठ नेता सूर्यबली निषाद के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को बढ़ क्षेत्रों में लोगों की पीड़ा समझने के लिए भेजा था, जिसमें कई कार्यकर्ता भी शामिल थे।
मध्य प्रदेश से छोड़े गए पानी ने यूपी के कई जिलों में गंगा-यमुना को प्रभावित किया था, जिसमें यमुना नदी के किनारे बसे गांवों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिले की तीनों तहसीलों में बाढ़ का असर देखने को मिला। हालांकि, फिलहाल यमुना का जलस्तर घट गया है।
इन क्षेत्रों का किया दौरा
ऐसे में कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने बाढ़ से प्रभावित सदर तहसील के ललौली, पलटूपुरवा, चौभैया का डेरा, उरौली, दसौली, अढावल, पथरी, क्षेत्रों का दौरा किया। यहां पर कांग्रेसियों ने लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। पलटू का पुरवा में रहने वाले रोहित और डॉक्टर जियालाल निषाद, अढ़ावाल गांव के रहने वाले अशोक निषाद, जबकि चौभैया डेरा से कल्लू, अजय निषाद ने प्रतिनिधि मंडल के सामने अपनी पीड़ा बयां की।
जिला उपाध्यक्ष राजीव लोचन निषाद ने बताया कि कई गांवों, मजरों और डेरों में बाढ़ पीड़ितों से बात की गई। साथ ही पूरे क्षेत्र का दौरा किया गया। लोगों से उनके घर-घर जा कर मिला गया। जिसमें लोगों का साफ तौर पर यही कहना था कि सरकार की ओर से उन्हें किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली है। कोरोना काल में लोगों के आय के स्रोत पहले से ही बंद हैं, ऐसे में बाढ़ ग्रस्त लोग आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे हैं। इलाके के लोगों को बाढ़ की वजह से अब जीवन यापन में भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी मदद
सूत्रों के अनुसार ऐसे में लोगों को उनकी सहायता करने का आश्वासन देते हुए जल्द ही मदद करने को कहा गया है। प्रतिनिधि मंडल अपनी रिपोर्ट के आधार पर लोगों को राहत सामग्री का आंकलन कर रहा है। इसी आधार पर लोगों को मदद दी जाएगी। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों अभिषेक कश्यप, अनीश खान, नूरुद्दीन ने बताया कि, रिपोर्ट तैयार कर जिला अध्यक्ष अखिलेश पांडेय को दी गई है।