अंकित साह, संवाददाता, हल्द्वानी
हल्द्वानी: शहरी विकास और आवास मंत्री बंशीधर भगत ने जीतपुर नेगी गांव, कॉलोनी का निरीक्षण किया और लोगों की समस्याएं सुनी। जिसके बाद उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को लगभग 60 सालों से निवासरत जीतपुर नेगी कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने के निर्देश दिये।
‘नगर निगम में शमिल नहीं किया’
बंसीधर भगत ने कहा कि जीतपुर नेगी पुरा गांव ग्राम पंचायत था। यहां अपना प्रधान होता था, लेकिन नगर निगम बनने पर जीतपुर गांव नगर निमग में शामिल कर लिया गया है। जीतपुर गांव के जीतपुर कॉलोनी को वनभूमि बताते हुए नगर निगम में शमिल नहीं किया गया।
1956 में वन विभाग ने आवंटित की थी जमीन
रेंज अधिकारी वन विभाग और ग्रामवासियों ने बताया कि जीतपुर कॉलोनी की भूमि 1956 में वन विभाग द्वारा 29 परिवारों को आवंटित की गई थी। जो कि वर्तमान में उसी भूभाग पर लगभग 300 परिवार हो गये है। ग्रामीणों ने बताया ये कॉलोनी पहले ग्राम पंचायत में शामिल होने के कारण ग्राम पंचायत में मतदान करती थी। लेकिन नगर निगम बनने के बाद जीतपुर कॉलोनी का ना ही नगर निगम की मतदाता की सूची में और न ही ग्राम पंचायत की मतदाता की सूची में नाम है। इसलिए हम नगर निगम और ग्राम पंचायत की सभी योजनाओं से वंचित हो गए।
मतदाता सूची में कॉलोनी वासियों का नाम
वहीं विधानसभा और लोकसभा मतदाता सूची में कॉलोनी वासियों का नाम है। लगभग 60 सालों से निवासरत जीतपुर कॉलोनी वासिायों ने शभगत से नगर निगम हल्द्वानी में शामिल करने की एकसूत्रीय मांग की। जिस पर भगत ने मौजूद राजस्व विभाग, नगर निगम, ग्राम्य विकास व वन विभाग के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण व सर्वे कर जीतपुर कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने के निर्देश दिये।
क्षेत्रवासियों के प्रमाण-पत्र बनाने के निर्देश
उन्होने क्षेत्रवासियों के प्रमाण-पत्र बनाने हेतु प्रत्येक सोमवार को पंचायत भवन में पटवारी और सेकेट्री को बैठाने के निर्देश उपजिलाधिकारी और बीडीओ को दिये। उन्होने क्षेत्रवासियों की मांग पर कॉलोनी में विद्युत पोल लगाने का प्रस्ताव देने को कहा ताकि विद्युत पोल आवंटित किये जा सकें।