उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच वर्षों से चल रहे परिसंपत्ति मामले को लेकर आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ के बीच हुई बैठक के दौरान इस विवाद को सुलझा लिया गया है।
बैठक के दौरान सीएम धामी और सीएम योगी के बीच निलंबित सभी मामलों को निरस्तीकरण के लिए सहमति बन गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इन सभी निलंबित परिसंपत्ति मामलों को 15 दिनों के भीतर निस्तारण किया जाएगा।
आज लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर देवभूमि उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी से शिष्टाचार भेंट हुई। pic.twitter.com/CWsLHb4yk5
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 18, 2021
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 21 वर्षों से जो मामले निलंबित पड़े हुए थे उन पर आप सहमति बन गई है। उन्होंने आगे बताया कि हमारे सिंचाई विभाग की 5700 हेक्टेयर जमीन पर दोनों राज्यों का संयुक्त रूप से सर्वे कराया जाएगा जो जमीन उत्तर प्रदेश के काम की है वह उसे मिल जाएगी। सीएम धामी ने बताया कि भारत नेपाल सीमा पर बनारस का बैराज है। जिसका पुनर्निर्माण उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कराएगी। किच्छा के बैराज का निर्माण भी यूपी सिंचाई विभाग द्वारा करवाया जाएगा।
साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम उत्तराखंड परिवहन निगम को 205 करोड रुपए का भुगतान करेगी।
आपको बता दें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच अभी भी ऐसे कई परिसंपत्तियों के मामले हैं जो कोर्ट में निलंबित हैं। जिसको बातचीत के माध्यम से हल करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने आए हैं और इसको लेकर जल्द ही बैठक शुरू होने वाली है।
इसके अलावा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में परिवहन संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद है आपको बता दें करीब 500 करोड रुपए की संपत्ति बंटवारे को अभी तक समझाया नहीं गया है वहीं दिल्ली में लीज पर ली गई भूमि पर उत्तर प्रदेश ने आलीशान बिल्डिंग बनाई है और उत्तराखंड को नहीं बनाने दिया जा रहा इसी प्रकार लखनऊ में करोड़ों की संपत्ति का बंटवारा अभी भी बाकी है।