नई दिल्ली। आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा की अरूणाचल प्रदेश यात्रा पर भारत और चीन के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर चीन ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर दलाई लामा को अरूणाचल प्रदेश की यात्रा करने पर भारत हामी भरता है तो ये एक बड़ी गलती होगी, और जिससे भारत को काफी नुकसान होगा।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने दलाई लामा के आगामी अरुणाचल दौरे के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, द्विपक्षीय संबंधों पर इसके गंभीर परिणाम होंगे। चीन कड़े तौर पर अरूणाचल में दलाई लामा की किसी भी गतिविधि का विरोध करता है, हमने अपनी चिंता भी भारत के सामने रखी है।
चीन का दावा है कि दलाई लामा तिब्बत में अलगाववादी गतिविधियां चला रहे हैं। दलाई लामा साल 1959 में तिब्बत पर चीन के अधिकार के बाद से ही भारत में निर्वासित जीवन जी रहे हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा करता है और इसे दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा मानता है।
बता दें कि आने वाली 4 से 13 अप्रैल के बीच पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा को देखते हुए एक महीने के अंदर चीन की ये भारत को दूसरी बार चेतावनी है। इससे पहले चीनी मीडिया ने भी भारत को धमकी दी थी। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में कहा, ‘चीन की आपत्तियों के बावजूद भारत आने वाले हफ्तों में चीन-भारत सीमा पर एक विवादित क्षेत्र में दलाई लामा की मेजबानी करेगा।’