देहरादून। बदरीनाथ और केदारनाथ ऐसे तीर्थ स्थल हैं जहां के दर्शन के लिए लोंगो को लंबा इंतजार करना पड़ता है। इन दर्शन को लेकर हर श्रद्धालु के मन में एक ही इच्छा रहती है कि वो ज्यदा से ज्यादा भगवान के दर्शन कर सके और लंबी पूजा कर अपने मन की हर मुराद को भगवान से बता सके। लेकिन इस पर आयुक्त गढ़वाल का कहना है कि तीर्थ पर लोगों का आना अच्छी बात है लेकिन बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर में लंबी पूजा न हो। लोग कम समय में छोटी पूजा करें। ऐसा बोल कर उन्होंने श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है।
बता दें कि उनके इस बयान पर लोंगों का कहना है कि आयुक्त अपने हिसाब से पूजा कराना चहाते हैं। उनका कहना है कि आयुक्त चहाते हैं कि जो समय वो उन्हें दें उसी में भगवान की पूजा की जाए। बता दें कि एक बार पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूरी ने भी ऐसा ही करने की कोशिश की थी। उनका भी यही कहना था कि बदरीनाथ-केदारनाथ में लंबी लाइने लगाकर लंबे समय तक पूजा करना ठीक नहीं है। उन्होंने भी पूजा करने की अवधि को छोटा करने की बात कही थी।
वहीं गढ़वाल आयुक्त को लेकर लोगों का कहना है कि गढ़वाल आयुक्त का काम है केदरानाथ और बदरीनाथ की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करना और उन पर अपनी दृष्टि बनाए रखना। न कि श्रद्धालुओं को ये बताना कि उनको कितने समय में पूजा करनी चाहिए और कितना समय भगवान के साथ बिताना चाहिए। केदारनाथ और बदरीनाथ को लेकर के मन में दर्शन करने की जो भावना होती है उसका अंदाजा सिर्फ केदरानाथ और बदरीनाथ जाने वाले श्रद्धालु ही जानते हैं। बता दें कि अप्रैल में बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओँ के लिए खओल दिए जाएंगे।