पूरी दुनिया को कोरोना में उलाझाकर पड़ोसी मुल्कों सहित बड़े देशों से उलझ रहे चीन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। चीन दुनिया में राज करने के लिए खूब कर्जा बांट रहा है। चीन ये बात बहुत अच्छे से जानता है कि,दुनिया पर राज तभी किया जा सकता है जब उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और उसे लिए उसने ऐसा प्लान तैयार किया हुआ है जिसकी वजह से वो बड़े-बड़े देशों से उलझ रहा है।चीन शुरुआती समय से ही एक नीति को लेकर चल रहा है, वो नीति है कमजोर पड़ोसियों को कर्ज के जाल में फंसाए रखना और सक्षम देशों को विवादों में उलझाए रखना। चीन अपनी इसी नीति के जरिए 150 से ज्यादा देशों में 112.5 लाख करोड़ रुपये का बांट चुका है।
कमजोर देशों को भारी भरकम कर्ज देकर चीन उन्हें अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगा रहता है ताकि दुनिया में उसे अमेरिका के मुकाबले एक वैश्विक ताकत माना जाए।चीन 150 से ज्यादा देशों को अब तक लोन बांट चुका है जो वैश्विक जीडीपी का करीब 5 फीसदी है। चीन सरकार और उसकी सहायक कंपनियां दूसरे देशों को करीब 1.5 ट्रिलियन डॉलर यानी की 112.5 करोड़ से ज्यादा रुपये का कर्ज दे चुकी है।
इतना ही नहीं चीन अब विश्व बैंक और आईएमएफ से भी बड़ा कर्जदाता बन गया है। साल 2000 से 2014 के बीच में अमेरिका ने अन्य देशों को 394.6 अरब डॉलर का कर्ज दिया जबकि चीन ने भी 354.4 अरब डॉलर का कर्ज कमजोर देशों के बीच बांटा। बाद के सालों में जब अमेरिका ने कर्ज में कटौती की तो चीन इस मामले में उससे आगे निकल गया।
और अब चीन इसी नीति पर काम कर रहा है।
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और शायद वो कुछ हद तक इसमें कामायब भी हो चुका है। तभी तो जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है तो वहीं चीन उस दुनिया से लड़ रहा है और दबाब बनाकर अपने आप को शाक्तिशाली बनाने की कोशिश में लगा हुआ है। यही कारण है कि, वो कोरोना के चलते बाहरी देशों के लिए काफी एक्टिव हो गया है।