नई दिल्ली। राजस्थान के बहुचर्चित एंबुलेंस घोटाले मामले में सीबीआई की ओर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री ए.के.एंटोनी के पुत्र अमित एंटोनी,पूर्व केन्द्रीय मंत्री वायरलार रवि के पुत्र रवि कृष्णा और चिकित्जा हेल्थकेयर कंपनी की सीईओ श्वेता मंगल के खिलाफ सोमवार को जयपुर में सीबीआई मामलों की विशेष कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी ।
सीबीआई ने कोर्ट में पेश की चार्जशीट
बता दें कि सीबीआई की टीम सोमवार दोपहर को कोर्ट में चार्जशीट पेश करने के लिए जयपुर पहुंची। सीबीआई ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट,राज्य सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ए.ए.खान उर्फ दुरूमियां,पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी.पी.चिदम्बरम के बेटे कार्ति चिदम्बरम के खिलाफ जांच लंबित रखी है।
सभी आरोपितों के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र,धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के मामले में धारा 120 बी,धारा 420,धारा 468 और धारा 471 के तहत चार्जशीट पेश की गई है। जयपुर सीबीआई मामलों की विशेष कोर्ट ने इस प्रकरण की सुनवाई 6 जुलाई को तय की है।
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मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज
राज्य में वर्ष 2010 से 2013 के दौरान 108 एंबुलेंस मुहैया कराने के नाम पर हुए घाटाले को लेकर जयपुर नगर निगम के पूर्व उप महापौर पंकज जोशी ने 31 जुलाई, 2014 को शहर के अशोक नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके बाद 28 अगस्त,2015 को राज्य सरकार ने मामला सीबीआई को जांच के लिए सौंप दिया। इसी मामले में सितम्बर,2015 में ईडी ने दिल्ली में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया।
सीबीआई जांच में मामला सही पाया गया। इसके अनुसार सिर्फ कागजों में मौजूद जिकित्जा कंपनी को एंबुलेंस सेवा मुहैया कराने के लिए पैसा का भुगतान किया गया। इसके अनुसार सरकार को इन एंबुलेंस के परिवहन के फर्जी बिल सौंपे गए। इसके साथ ही टेंडर प्रक्रिया में भी अनियमितता हुई मानी गई सीबीआई को सौंपे जाने के बाद ही अशोक गहलोत इसे राजनीति से प्रेरित बता चुके है। वहीं सचिन पायलट भी कह चुके है कि उन्होंने सांसद बनने से पहले ही कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। वे कंपनी के सामाजिक कार्य के कारण ही जुड़े हुए थे,लेकिन फिर इस्तीफा दे दिया था।