अगरतला। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज (रविवार को) त्रिपुरा में भाजपा के चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगे। शाह की रविवार को त्रिपुरा में दो बड़ी राजनीतिक सभाएं रखी गई हैं। ये सभाएं अम्बासा और उदयपुर में होंगी। इसके अलावा वे त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बुद्धिजीवियों की एक बैठक को संबोधित करेंगे।

बता दें कि अमित शाह के स्वागत के लिए राज्य ईकाई ने जबरदस्त माहौल बना रखा है। हांलाकि राजधानी अगरतला में उनकी कोई सभा नहीं है, लेकिन यहां की भी सड़के भाजपा के पोस्टरों और झंड़ों से पटी पड़ी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा झंडा लगाना और उससे पार्टी का प्रभाव दिखना यहां की राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा है। इस लिहाज से देखें तो लगातार 20 साल से सत्ता पर काबिज माकपा की सरकार को प्रचार के मोर्चे पर भाजपा बराबर की टक्कर दे रही है। अब इसमें और गति देने के लिए अमित शाह त्रिपुरा आ रहे हैं।
हालांकि अभी त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव घोषित नहीं हुए हैं। पर संभावना है कि चुनावी कार्यक्रम इसी माह घोषित होगा और फरवरी में चुनाव कराए जा सकते हैं। कारण, मार्च में विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। इस बीच यह चर्चा आम है कि शायद चुनाव टाले जाएं। राज्य में सबसे मजबूत विपक्ष के तौर पर उभरी भाजपा भी अंदरखाने यही चाहती है। इसकी दो बजहें बताई जा रही हैं। पहली तो यह कि माणिक सरकार के नेतृत्व वाली माकपा सरकार ने बड़े पैमाने पर मतदाता सूची में धांधली करवाई है। इसमें बड़ी संख्या में बोगस मतदाता जोड़े हैं। दूसरी बात यह बताई जा रही है कि माकपा का कैडर हार की आशंका से हिंसक हो उठा है। राज्य में जहां तहां से हिंसक झड़पों की खबर आ रही है। इसलिए भाजपा चाहती है कि चुनाव राष्ट्रपति शासन के अन्तर्गत हों या कई चरणों में हों।