नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले बीजेपी को एक तगड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र के भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद नानाभाऊ पटोले ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। पटोले ने इस्तीफा देने के पीछे पीएम मोदी की कार्यशैली को जिम्मेदार ठहराया है। पटोले की बात करें तो वो साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान एनसीपी के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को शिकस्त देकर संसद दी दहलीज तक पहुंचे थे। पटोले देश के लिए पीएम मोदी की कार्यशैली को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार ने नाराज चल रहे हैं। पटोले का आरोप है कि मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर हमने पीएम के सामने किसानों के मुद्दे उठाए थे, लेकिन इन्हें ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
वहीं लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने पीएम मोदी की कार्यशैली पर सवाल खडे किए। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते पटोले की राहुल गांधी के साथ मुलाकात की भी खबरे है, जिसको और हवा उनके इस्तीफे ने दे दी है। ये भी आशंका जताई जा रही है कि पटोले कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। पीएम के साथ-साथ वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से भी नाराजा चल रहे हैं। आपको बता दें कि किसाने के हक के लिए महाराष्ट्र में आंदोलन कर रहे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का साथ देते हुए उन्होंने आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। इससे पहले पटोले ने एक प्रेस वार्ता के दौरान पीएम मोदी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा था कि किसानों के लिए इस सरकार ने कुछ नहीं किया है। उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर भी सरकार पर हमला बोला था।
इसी के साथ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल की बीजेपी से बढ़ती नजदीकियां भी पटोले के इस्तीफे की वजह मानी जा रही है। पिछले दिनों जिस तरह से प्रफुल्ल पटेल का दिल बीजेपी के लिए बड़ा हुआ है और गुजरात के राज्यसभा चुनाव में दोनों विधायकों के वोट कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल के बजाय बीजेपी के उम्मीदवार को उन्होंने दिलाए थे। इसके अलावा माना जा रहा है कि प्रफुल्ल पटेल के चलते ही गुजरात में कांग्रेस और एनसीपी के बीच गठबंधन नहीं हो सका है। इस तरह कांग्रेस भी प्रफुल्ल पटेल से नाराज चल रही थी ऐसे में पटोले को भी अपना सियासी ठिकाना तलाशना था। इसी मद्देनजर उन्होंने पिछले दिनों कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल से मुलाकात की थी।