नई दिल्ली/लखनऊ। भाजपा के राष्ट्रीय प्रतिनिधि मण्डल ने नई दिल्ली में मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) को मिलकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने और कांग्रेस की मान्यता समाप्त करने का पत्र सौंपा। शिकायच याचिका में कहा गया है कि सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में कहा कि धर्म के आधार पर राजनैतिक दल के चुनावी प्रचार को भ्रष्ट आचरण माना जायेगा। इसके बावजूद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विभिन्न धार्मिक प्रतीकों से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को जोड़कर बयान देना न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के आदेश की घोर अवहेलना है बल्कि जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 123(3) के तहत भी भ्रष्ट आचरण है।
भाजपा प्रतिनिधि मण्डल ने शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा कि भगवान शिव, गुरूनानक, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, एवं इस्लाम से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह से जोड़कर बयान देना आचार संहिता का उल्लघंन है। प्रतिनिधि मण्डल ने राहुल गांधी के आपत्तिजनक भाषण की सीडी भी सौंपी और कांग्रेस उपाध्यक्ष सांसद राहुल गांधी पर चुनाव आचार संहिता उल्लघंन की कार्यवाही सहित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मान्यता रद्द करने की मांग की।
प्रतिनिधि मण्डल में केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडे़कर, केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव, राष्ट्रीय महामंत्री डा. अनिल जैन, राष्ट्रीय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और भाजपा निर्वाचन विभाग के सदस्य ओम प्रकाश शामिल रहे।