नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को गौरक्षकों का बचाव करते हुए कहा कि ये कानून के तहत ही काम करते हैं। भागवत ने आरएसएस के 91वें स्थापना दिवस पर वार्षिक संबोधन के दौरान कहा, कुछ लोग हैं जो गौरक्षा के प्रति समर्पित हैं। यह राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों का हिस्सा है। उन्होंने कहा, गौरक्षक कानून के तहत काम करते हैं जो लोग कानून का उल्लंघन करते हैं उन्हें गौरक्षकों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। । बता दें कि आएसएस की स्थपना 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी।
इसके साथ ही संघ प्रमुख ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान, कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को प्रोत्साहित कर रहा है।कश्मीर का एक बड़ा भाग तनाव मुक्त है। हमें हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।मीरपुर, मुजफ्फराबाद और गिलगित-बाल्टिस्तान सहित पूरा कश्मीर हमारा है।
इस कार्यक्रम में मोहन भागवत ने सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन की भी तारीख की। उन्होंने कहा हमारी सेना ने जो पराक्रम किया है उसका हम अभिनंदन करते हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए भागवत ने कहा कि अभी का शासन काम करने वाला है उदासीन नहीं है। इसलिए विश्वास है कि वो आगे भी कुछ करेंगे।