धर्म featured

पूजा करते समय क्यो बजाते हैं घंटी-ये हैं वजह

Untitled 44 पूजा करते समय क्यो बजाते हैं घंटी-ये हैं वजह

नई दिल्ली। घंटी बजाना हमारी पूजा का ही एक पाठ होता हैं। जब भी हम किसी मंदिर में जाते हैं। तो वहां हम घंटी ज़रूर बजाते हैं। ना सिर्फ घरों में बल्कि घर में भी जब हम पूजा करते तो उस वक़्त हम घंटी बजाते हैं। वैसे तो हम भगवान की पूजा धूप, दीपक, अगरबत्ती आदि चीज़ों से करते हैं लेकिन घंटी को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। पूजा के समय घंटी बजाने को शुभ माना जाता है और यह प्रथा प्राचीनकाल से ही चली आ रही है पर क्या आप जानते हैं कि आखिर हम घंटी क्यों बजाते हैं और क्या महत्व हैं इसका साथ ही क्या हमे घंटी बजाने से लाभ होता हैं यानि। आज हम आपको इन सभी प्रश्नों के जवाब देने वाले हैं।

Untitled 44 पूजा करते समय क्यो बजाते हैं घंटी-ये हैं वजह

सबसे पहले तो हम आपको बताते हैं कि जो घंटियाँ होती हैं वो चार प्रकार की होती है ,गरुड़ घंटी, द्वार घंटी, हाथ घंटी और घंटा।
1. गरुड़ घंटी छोटी होती है जिसे हम हाथ से बजाते हैं ।
2. द्वार घंटी बड़े और छोटे दोनों ही अकार की होती है जिसे द्वार पर लटकाते हैं।
3. हाथ घंटी पीतल की ठोस एक गोल प्लेट की तरह होती है जिसको लकड़ी के एक गद्दे से ठोककर बजाते हैं।
4. घंटा यह बहुत ही बड़ा होता है इसकी आवाज़ दूर तक जाती है।

धार्मिक कारण
घंटी बजाने के धार्मिक कारण जहां भी हमारे देवी देवताओं का वास होता है उस स्थान को हम बहुत ही पवित्र मानते हैं और वहां घंटी की ध्वनि उस स्थान को और भी पवित्र बना देती है। माना जाता है कि शंख और घंटी के बिना ईश्वर की आरती अधूरी होती है। साथ ही इसकी ध्वनि ‘ॐ’ के उच्चारण के समान होती है। इतना ही नहीं घंटी की आवाज़ से हम अपने देवी देवताओं का आह्वाहन करते हैं जिसके बाद भगवान की दृष्टि भक्तों पर पड़ती है और वह उनकी प्रार्थना स्वीकार करते हैं। माना जाता है कि जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ, तब जो नाद (आवाज़) गूंजी थी ठीक वैसी ही आवाज़ घंटी बजाने पर भी आती है। घंटी उसी नाद का प्रतीक माना जाता है। ऐसा भी मानना है कि जब धरती पर प्रलय आएगा तब ऐसी ही आवाज़ गूंजेगी। मंदिर के बाहर लगी घंटी या घंटे को काल का प्रतीक भी माना गया है।

वैज्ञानिक कारण
घंटी बजाने का वैज्ञानिक कारण और महत्व हमारे वैज्ञानिकों के अनुसार घंटी की ध्वनि से वातावरण में कंपन पैदा होता है जो वायुमंडल में काफी दूर तक जाता है जिसके कारण इसके क्षेत्र में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव आदि नष्ट हो जाते हैं और आसपास सम्पूर्ण वातावरण शुद्ध हो जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में घंटी रखना बहुत ही लाभदायक होता है। माना जाता है कि जिस घर में घंटी रहती है वह घर हमेशा बुरी आत्माओं और बुरी शक्तियों से दूर रहता है।

घंटी बजाने से होते है यह स्वास्थ्य लाभ
1. मंदिर की घंटियां कैडमियम, जिंक, निकेल, क्रोमियम और मैग्नीशियम से बनती हैं इसकी आवाज़ मस्तिष्क के दाएं और बाएं हिस्से को संतुलित करती है। जैसे ही आप घंटी या घंटा बजाते हैं उससे एक तेज़ आवाज़ पैदा होती है, ये आवाज़ 10 सेकेंड तक गूंजती है।
2. इस गूंज की अवधि शरीर के सभी 7 हीलिंग सेंटर को एक्टीवेट करने के लिए काफी अच्छी होती है। इससे एकाग्रता बढ़ती है मन भी शांत रहता है।
3. घंटी की ध्वनि मन, मस्तिष्क और शरीर को ऊर्जा और शक्ति प्रदान करती है और मनुष्य सकारात्मक ऊर्जा से घिरा रहता है।
इसलिए काफी लंबे समय से लोग पूजा के दौरान घंटी बजाते हैं क्योकि इससे हमें वैज्ञानिक रुप से भी सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती हैं।

Related posts

बनारस में मोदी का रोड-शो जारी देखें तश्वीरों में कितने उत्साहित नजर आ रहे मोदी

bharatkhabar

 राजपूतों की नाराजगी के चलते वसुंधरा सरकार ने बुलाई आपात बैठक 

Breaking News

भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा ने गोवर्धन के उप जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन, नगर पंचायत के अधिकारी पर कार्रवाई की उठाई मांग

Rahul