नई दिल्ली। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को सही समय पर लागू नहीं करने की वजह से कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने अध्यक्ष पद से अनुराग ठाकुर और सचिव पद से अजय शिर्के को हटा दिया था जिसके बाद आज कोर्ट को प्रशासक की नियुक्ति पर फैसला सुनाना था। कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाते हुए कहा बीसीसीआई और केंद्र इस मामले पर प्रशासक के नामों का सुझाव दे सकता है लेकिन ध्यान रहें कि प्रशासक के पद के लिए उसकी उम्र 70 साल से ज्यादा ना हो। बता दें कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुसार बीसीसीआई में बदलाव लाने के लिए आज कोर्ट को प्रशासकों के नामों की घोषणा करने थी जिसकी निगरानी में बीसीसीआई का सभी कामकाज हो।
बीसीसीआई में प्रशासक के नामों की सूची एमिकस क्युरी गोपाल सुब्रह्मण्यम और अनिल दीवान ने बंद लिफाफे में कोर्ट को सौंपी थी सुनवाई के दौरान क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के वकील ने कहा कि उन्हें भी प्रशासक के लिए नाम सुझाने का मौका दिया जाए लेकिन जस्टिस दीपक मिश्रा ने ये कहते हुए मना कर दिया कि कोर्ट के आदेश में ऐसा नहीं कहा गया है । कोर्ट ने एमिकस क्युरी को कहा कि उनके द्वारा सुझाए गए नामों को वे सार्वजनिक नहीं करें।
एमिकस क्युरी ने जो नाम सौंपे थे उनमें कई 70 वर्ष से ऊपर के थे। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आपने 70 वर्ष की उम्र से ज्यादा के लोगों के नाम लिस्ट में क्यों दिए ? बीसीसीआई के वकील कपिल सिब्बल ने इस सूची का जमकर विरोध किया । सिब्बल और गोपाल सुब्रह्मण्यम में जमकर बहस हुई । सुनवाई के दौरान वकील विकास सिंह ने कुछ ऐसा बोला कि कोर्ट ने उस पर आपत्ति जताई । जस्टिस दीपक मिश्रा ने उनसे कहा कि आपको आज कोर्ट नहीं सुनेगी ।