बेंगलुरु। कावेरी जल विवाद को लेकर कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा और इस विवाद ने इतना हिंसक रुप ले लिया कि बेंगलुरु के 16 पुलिस थानों में कर्फ्यू लगा दिया गया और हालात संभालने के लिए 15000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
वहीं सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने शहर के केपीएन डिपो में खड़ी 20 से ज्यादा बसों में आग लगा दी थी और पुलिस फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही कर्नाटक में खड़ी तमिलनाडु की नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचाया। इस पूरे मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने लोगों से शांति की अपील की है और जयललिता को चिट्ठी लिखकर तमिलनाडु में कर्नाटक के लोगों को सुरक्षा देने को कहा है।
बता दें, कनार्टक ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि उसे 15 हजार क्यूसेक की जगह 1 हजार क्यूसेक ही पानी छोड़ने का निर्देश दिया जाए, जिसे अदालत ने नहीं माना। इससे पहले 5 सितंबर को कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को आदेश दिया था कि वह अगले 10 दिन तक कावेरी नदी का रोजाना 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु को सप्लाई करे। कोर्ट के इस फैसले के बाद से कर्नाटक के लोगों में नाराजगी दिखाई दे रही है। तमिलनाडु को पानी दिए जाने के विरोध में राज्य के मांड्या समेत कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन किये जा रहें हैं।