- सानू भारती, भारत खबर
मेरठ। एक बार फिर लोगों का अमानवीय चेहरा सामने आया जब पेट मे गोली लगा युवक सड़क पर हाथ जोड़कर लोगों से अपनी ज़िंदगी बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन लोगों की जैसे आत्मा मर गई हो, भीड़ तमाशाबीन बनकर उसे देखती रही और वीडियो बनाती रही। किसी ने उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश तक नहीं की और कुछ देर बाद युवक की मौत हो गई।
दरअसल मामला मेरठ के खरखौदा थाना इलाके के बिजौली गांव का है। यहां एनएच 235 पर गांव के ही रहने वाले रितेश का उसी के गाँव के युवकों से एक दिन पूर्व झगड़ा हो गया था जिसके बाद उक्त लोगों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और कल उसे पेट से सटा कर गोली मार दी और फरार हो गए। गोली लगने से रितेश बुरी तरह घायल हो गया और दर्द से तड़पने लगा।
एनएच 235 के किनारे घायल हाथ जोड़कर भीड़ से अस्पताल ले जाने की गुहार लगाता रहा लेकिन सब तमाशबीन बनकर देखते रहे और वीडियो बनाते रहे। हद तो तब हो गई जब वहां से गुजर रहे एक कार सवार को लोगो ने मदद के लिए रोका गया लेकिन कार चालक ने साफतौर पर मना कर दिया और वहां से चलता बना। इसके कुछ देर बाद ही रितेश ने दम तोड़ दिया।
सवाल ये है कि हम किस समाज मे जी रहे हैं, एक शख्स मौत के मुहाने पर खड़ा होकर मदद की गुहार लगता है और लोग मनोरंजन के लिए उसके मरते हुए की वीडियो बनाते रहे, अगर उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया होता तो उसकी जान बच सकती थी। वहीं मृतक के परिजनों ने गांव के ही दो युवकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है, पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। आरोपी अभी फरार हैं।