नई दिल्ली। सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ अब खत्म हो गई है। इस कार्रवाई में 2 आतंकी मारे गये हैं। इसके साथ ही सेना के 3 जवान घायल हुए हैं। इस पूरी कार्रवाई में सेना और सुरक्षाबलों को काफी वक्त लग गया। इसकी वजह ये डीपीस स्कूल की इमारत बताई जा रही है। आतंकियों ने पनाह लेने के लिए आतंकियों इस इमारत में आ घुसे थे। इस इमारत का बड़ा होना और स्कूल होना ये दो वजह थीं। जिसके चलते ऑपरेशन में काफी देर लग गई । हांलाकि सेना ने दोनों आतंकियों को मार गिराया है।
इसके पहले आतंकियों ने शहर में पंथा चौक पर सीआरपीआर की एक टुकड़ी जो कि गस्त पर निकली थी उस पर हमला बोल दिया था। इस हमले में एक अधिकारी शहीद हो गया था और एक जवान घायल हुआ था। शहीद हुए अधिकारी के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में आये सूबे के डीजीपी ने कहा कि आतंकियों ने सुरक्षाबलों की गस्ती टुकड़ी पर हमला कर एक स्कूल में पनाह ली है। ये आतंकियों का सबसे शर्मनाक कदम है। स्कूल में छिपे होने के चलते इन पर कार्रवाई में समय लग रहा है। अब आतंकियों ने स्कूलों और सरकारी इमारतों को टॉरगेट करना शुरू किया है। जिससे सेना को कार्रवाई करने में वक्त लगे और सेना या सुरक्षाबल उन पर इमारत बचाने के लिए कोई बड़ी कार्रवाई ना कर सकें।
इस पूरे ऑपरेशन में सेना और सुरक्षाबल हर अत्याधुनिक साधनों का इस्तेमाल कर इन आतंकियों को सर्च कर रही है। आतंकियों ने स्कूल में छिपे की घटना को डीजीपी ने शर्मनाक बताते हुए कहा कि आतंकियों का मकसद घाटी में स्कूलों को बर्बाद कर बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहते हैं। आतंकियों ने सीआरपीएफ की जिस टुकड़ी पर जहां हमला किया था वो स्थल सेना के चिनार पलटन के मुख्यालय ने महज 1 किलो मीटर दूर ही स्थित था। हांलाकि अब सेना ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इस हमले के दोनों आंतकियों का मार गिराया है। हांलाकि इस कार्रवाई में सेना के 3 जवानो घायल भी हुए हैं। अब सेना का सर्च ऑपरेशन भी खत्म हो गया है। फिलहाल सारी स्थितियां सेना और सुरक्षाबलों के नियंत्रण में हैं।