नई दिल्ली: तीन राज्यों में हार के बाद बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. और यह मुश्किलें कोई और नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल ही बढ़ा रहे हैं. इन दिनों बीजेपी अपने एनडीए के सहयोगी दलों से काफी ज्यादा हैरान है. चाहे वह सुभासपा की बात हो या फिर अपना दल की.
रैली से अपना दल ने बनाई दूरी
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गए हैं। सभी अपने अपने हिसाब से सियासी दावपेच लगाने शुरु कर दिये हैं। बीजेपी की मुश्किलें तब और बढ़ गई जब शनिवार को होने वाली गाजीपुर में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में अपना दल शामिल नहीं होगा.
सुभासपा भी नहीं होगी शामिल
अपना दल कोटे से मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल दिल्ली एयरपोर्ट से वापस लौट आई हैं. अपना दल के अलावा इस कार्यक्रम में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी हिस्सा नहीं लेगी. यह दोनों पार्टियां बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए का हिस्सा है. आपको बता दें, पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को गाजीपुर जा रहे हैं.
जनसभा को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
वह यहां एक मेडिकल कालेज की आधारशिला रखेंगे. साथ ही महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी आरटीआई मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं, अब अपना दल भी मोदी के इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहा है. अपना दल ने उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी कार्यक्रमों से खुद को दूर करने का ऐलान किया है.
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सम्मान न देने का है आरोप
अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल बीजेपी सरकार पर सम्मान न देने का आरोप लगा चुके हैं. बीते दिनों उन्होंने कहा था कि गठबंधन में सम्मान चाहते हैं. हम चाहते हैं कि हमें सम्मान मिले और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बने. भाजपा को तीन प्रदेशों में मिली पराजय से सीख लेनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि आश्वासन के बाद भी किसी भी आयोग में अपना दल के नेताओं को जगह नहीं दी गई है.