चंडीगढ़। पाकिस्तान जा रहे रावी और व्यास नदी के पानी को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चिंता जताई है। सीएम ने केंद्र सरकार से अपील की है कि हमे नदियों के पानी को पाकिस्तान जाने से रोकना होगा,ताकि इनका इस्तेमाल भारत को फायदा पहुंचा सके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जा रहे नदी जल को रोकने के लिए केंद्र सरकार पहल करे। उन्होंने पंजाब से पाकिस्तान की ओर जाते पानी के बहाव को रोकने के लिए तौर-तरीके तराशने के लिए विशेषज्ञयों की टीम गठित करने का सुझाव दिया।
सीएम ने कहा कि इम मामले को लेकर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की तरफ से लिखा गया पत्र अभी उनको नहीं मिला है,लेकिन मैं ये स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि उनकी सरकार पंजाब के लिए पानी को सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि वे पहले ही जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर पाकिस्तान को पानी का बहाव रोकने के लिए हिमाचल प्रदेश में डैमों में अतिरिक्त पानी के भंडारण का सुझाव दे चुकी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र की तरफ से उचित पहल की जानी चाहिए।
इसके अलावा कैप्टन ने केवल मस्जिद में नमाज अदा करने से जुड़े खट्टर के बयान पर नाराजगी जताई। कैप्टन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश के माहौल को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। संविधान के मुताबिक भारत एक गणराज्य है। न ही मनोहरलाल और न ही कोई ओर लोगों को ये निर्देश दे सकता है कि वो अपनी प्रार्थना और इबादत कहा करें या कहां न करे। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कठुआ मामले को पठानकोट ट्रांसफर करने पर कैप्टन ने कहा कि उनकी सरकार अदालती प्रक्रिया के दौरान पीड़ित परिवार, वकील समेत सभी को पूरी सुरक्षा देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक अदालती प्रक्रिया को बनाए रखने के लिए वचनबद्ध है। कैप्टन ने कहा कि नशे के मामले में एसटीएफ बढिय़ा काम कर रही है। 15 हजार नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में बड़ी मछलियां देश से फरार हो गई हैं। उनको भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक बड़े नेता को हांगकांग पुलिस ने गिरफ्तार किया है और पंजाब सरकार उसके प्रत्यर्पण की मांग करेगी। कैप्टन ने स्वीकार किया कि फोर्स पर अभी भी दूसरी पार्टी का प्रभाव है।