चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अमरिंदर सरकार पर तगड़ा कटाक्ष किया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सिख समुदाय को गुस्सा आ गया तो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को कुर्सी पर बैठना मुश्किल हो जाएगा। अकाली कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने ये बात की। बादल ने कहा कि अफसर गलती करवा देते हैं। पंजाब सरकार से भी हो गई है इसलिए अब अमरिंदर को अपनी गलती मानते हुए सिलेबस में सिख इतिहास के साथ की गई छेड़खानी पर माफी मांग लेनी चाहिए।
सुखबीर ने कहा कि शाहकोट चुनाव में हर कार्यकर्ता मेहनत से काम करे। उसके बाद चाहे मनाली घूमने चला जाए। इससे पहले श्री आनंदपुर साहिब से सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने अपना रिपोर्ट कार्ड अकाली वर्करों व पार्टी अध्यक्ष को दिखाया। इस दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ दलजीत सिंह चीमा के अलावा कोई अकाली नेता या कार्यकर्ता मौजूद नहीं थे। बादल ने आरोप लगाया कि पंजाब का इतिहास बदला जा रहा है। जहां पहले किताबों में 94 के करीब पेज होते थे लेकिन अब वो कम होकर 24 लाइनों में आ गए हैं। बाबा बंदा सिंह बहादुर के बारे में तो दो ही लाइनें रखी गई।
कैप्टन सरकार सिख इतिहास को खत्म करने में लगी है। सुखबीर ने कहा कि पंजाब सरकार लोगों के सामने पूरी तरह से फेल हो गई है। लोगों को अब पता गया है कि अकाली सरकार में ही सभी विकास के काम हुए। पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सरकार का अफसरों पर कंट्रोल नहीं है। सिलेबस को लेकर सीएम अपनी डफली बजा रहे है तो बोर्ड के चेयरमैन अपना राग अलाप रहे हैं। चीमा ने कहा कि सिलेबस को लेकर सरकार व बोर्ड में कोई तालमेल नहीं। इसको लेकर एक्सपर्ट की राय भी नहीं ली गई। कुल मिलाकर सरकार का अफसरों व विभागों पर कंट्रोल नहीं।