नई दिल्ली। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आलोक कुमार वर्मा ने बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक के रूप में कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले वह दिल्ली के पुलिस आयुक्त थे। उन्होंने अनिल सिन्हा के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद संभाला।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने 19 जनवरी को उनके नाम की घोषणा की थी। वर्मा दो साल तक सीबीआई चीफ रहेंगे। पिछले महीने अनिल सिन्हा के सेवानिवृत्त होने के बाद गुजरात कैडर के राकेश अस्थाना की अंतरिम सीबीआई प्रमुख के रूप में नियुक्ति की गई थी। अपने 37 साल के कार्यकाल में उन्होंने कई पदों पर रहते हुए बड़ी भूमिका निभाई। एजीएमयूटी कैडर के 1979 बैच के अधिकारी आलोक वर्मा तिहाड़ जेल के महानिदेशक के रूप में भी काम कर चुके हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर के अलावा दिल्ली पुलिस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इनमें डीसीपी (साउथ), जेसीपी (क्राइम ब्रांच), जेसीपी (नई दिल्ली रेंज), स्पेशल पुलिस कमिश्नर (इंटेलिजेंस) और स्पेशल पुलिस कमिश्नर (विजिलेंस) शामिल हैं।सीबीआई प्रमुख के चयन को लेकर 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर और लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बैठक हुई थी।