लखनऊ। 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद सभी राजनीतिक पार्टियों ने हार का ठीकरा ईवीएम मशीन पर फोड़ा। खासकर आम आदमी पार्टी ने। ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ने की जंग में अब य़ूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का नाम भी शुमार हो गया है।
पेट्रोल पंप का उदाहरण
अखिलेश ने शुक्रवार को प्रदेश में सामने आए पेट्रोल पंप में चिप के जरिए तेल चोरी का उदाहरण देते हुए कहा है कि जब बिना इंटरनेट के पेट्रोल चोरी किया जा सकता है, तो बिना इंटरनेट के ईवीएम में भी गड़बड़ी की जा सकती है। आगे बोलते हुए अखिलेश ने कहा, ‘हमें टेक्नोलॉजी के दुरूपयोग को रोकना होगा’।
क्या है ईवीएम गड़बड़ी मामला
यूपी में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद ईवीएम मशीन में गड़बड़ी का मुद्दा राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगातार उठाया जा रहा है। ये सिलसिला बसपा सुप्रीमो मायावती से शुरू हुआ और उसके बाद कांग्रेस के नेता, दिल्ली के सीएम केजरीवाल समेत तमाम राजनेताओं ने इस मसले पर भाजपा को निशाना बनाया। विरोधी पार्टियां लगातार आरोप लगा रही हैं कि भाजपा ने कुछ सांठ गांठ के दम पर यूपी में अविश्वसनीय जीत हासिल की है।
क्या है पेट्रोल पंप पर चिप का मामला
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्पेशल टास्क फोर्स और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्यवाई में पेट्रोल पंपों पर रिमोट और चिप लगातार तेल की चोरी के गिरोह का गोरखधंधा सामने आया है। दरअसल गुरुवार (27-4-17) देर शाम एसटीएफ और जिला प्रशासन की ज्वाइंट टीम ने शहर के करीबन 7 पेट्रोल पंपो का अचानक दौरा किया। जिसमें गड़बड़ी का शक होने के बाद चेक करने पर पता चला कि मशीन में इलेक्ट्रॉनिक चिप और रिमोट सेंसर के जरिए इस तरह से लोगों को बेवकूफ बनाया जाता है।
क्या है पैमाना
यानि कि अगर कोई कस्टमर एक लीटर पेट्रोल भरवा रहा है तो उसे सिर्फ 900 मिलीलीटर तेल ही मिल रहा था। इस गोरखधंधे में यूपी पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन शुक्ला के पेट्रोल पंप का नाम भी सामने आया है।