नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का कहर लगातार जारी है और स्थिति दिन पर दिन बिगड़ी ही जा रही है। राजधानी के ज्यादातर अस्पतालों में मरीज बड़ी संख्या में डॉक्टर को दिखाने के लिए घंटो लाइन में खडे़ं होकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं। पहले तो राजधानी में डेंगू का कहर चरम पे था लेकिन अब डेंगू जैसी घातक बीमारी के साथ-साथ चिकनगुनिया ने भी अपने पैर पसारने शुरु कर दिए है और आंकड़ों की माने तो अभी तक 1000 से ज्यादा मामले सामने आए है। वहीं मंगलवार को इस बीमारी के 4 लोगों ने दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य विभाग हमेशा से ये दावा करता आया है कि डेंगू के मुकाबले चिकनगुनिया इतनी खतरनाक बीमारी नहीं है कि इससे पीड़ित व्यक्ति की मौत हो जाए लेकिन मंगलवार को इस बीमारे के चलते तीन लोगों की मौत ने विभाग के इस दावे की पोल खोलकर रख दी है और ऐसा सुनने में आ रहा है जल्द ही इस मामले को लेकर प्रेस वार्ता कर सकता है। अगर पिछले साल की रिपोर्ट की बात करें डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 300 थी। लेकिन इस साल राजधानी में पहले की अपेक्षा डेंगू के मरीजों की संख्या में कमी आई है लेकिन उसकी जगह चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।
वहीं दिल्ली सरकार की बात करे तो इस समय दिल्ली को सिर्फ अपने 2 मंत्रियों के हवाले करके दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में मची घमासान और अपनी खासी के इलाज के लिए दिल्ली से बाहर है। केजरीवाल ने अपनी गैर-हाजिरी में सरकार की कमान उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के कंधों पर डाली थी लेकिन मनीष किसी जरुरी काम के चलते फिनलैड गए है तो वहीं सरकार में दूसरे नंबर पर काबिज नेता गोपाल राय छत्तीसगढ़ के दौरे पर है और लोगों को सभाए कर संबोधित कर रहे है और तीसरे पद पर काबिज मंत्री इमरान हुसैन हज यात्रा पर हैं। जब दिल्ली में फैली इस जानलेवा बीमारे के बारे में केजरीवाल उल्टा मीडिया पर भड़क उठे और उन्हें दलाल तक कह डाला।
अरविंद केजरीवाल ने मीडिया पर भड़ास निकालने के लिए ट्विटर का सहारा लेते हुए लिखा, राजनीति करनी है, खुल कर सामने आओ। पहले कांग्रिस की दलाली करते थे, अब मोदी की? ऐसे लोगों ने पत्रकारिता को गंदा किया। दो शब्द अपने मालिक के बारे में भी बोल दो जो दुनिया जीतने चले हैं?
फिलहाल चिकनगुनिया से पीड़ित 4 लोगों की मौत के बाद ये मामला काफी गर्माता दिखाई दे रहा है। एक ओर जहां स्वास्थ्य विभाग सवालों के घेरे में आ गया तो दूसरी तरफ दिल्ली में सरकार की अनुपस्थिति से लोग केजरीवाल सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं।