लखनऊ: यूपी की दो सबसे बड़ी लोकल पार्टी सपा-बसपा इन दिनों एक दूसरे की धुर विरोधी हो गई हैं। जहां लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था, वहीं इस बार अकेले मैदान मारने की तैयारी है। BSP प्रमुख मायावती ने सपा की साइकिल यात्रा पर गुरुवार को तंज किया।
मायावती ने ट्वीट में कहा कि स्वर्गीय श्री जनेश्वर मिश्र की जयंती पर उनको हार्दिक श्रद्धा सुमन अर्पित। उनके नाम पर लखनऊ में पार्क बनाया गया है, जिसे बीएसपी सरकार ने बाबा साहब के नाम पर बनाया था। किंतु समाजवादी पार्टी की सरकार में जातिवादी सोच और द्वेष के कारण इसका नाम अन्य जिलों की तरह बदल लिया, यह कैसा सम्मान है?
1.स्व श्री जनेश्वर मिश्र की जयंती पर उनको हार्दिक श्रद्धा सूमन अर्पित तथा उनके नाम पर लखनऊ में जो पार्क है उसे बीएसपी सरकार ने बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर बनाया किन्तु सपा सरकार ने जातिवादी सोच व द्वेष के कारण इसका नाम भी नए जिलों आदि की तरह बदल दिया, यह कैसा सम्मान?
— Mayawati (@Mayawati) August 5, 2021
बीएसपी के प्रबुद्ध वर्ग विचार संगोष्ठी की चर्चा उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में हो रही है। इस की अपार सफलता के बाद समाजवादी पार्टी को अब जनेश्वर मिश्र की याद आ गई। सपा और भाजपा सरकार द्वारा सताए हुए उनके समाज की याद अब दोनों दलों को आई है। यह सब राजनीतिक स्वार्थ और सस्ती लोकप्रियता के लिए हो रहा है। यह नाटकबाजी नहीं है तो और क्या है?