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अमेरिका ने तालिबान के अमीर बनने के सपनों पर लगाया ब्रेक, राजनीतिक पहुंच बढ़ाने में लगे तालिबानी नेता

hamid अमेरिका ने तालिबान के अमीर बनने के सपनों पर लगाया ब्रेक, राजनीतिक पहुंच बढ़ाने में लगे तालिबानी नेता

अफगानिस्तान में कब्जे के बाद अब क्रूर तालिबान वहां अपनी सरकार बनाने की कवायद में लग चुका है। हुकूमत चलाने के लिए अब तालिबान राजनीतिक पहुंच बढ़ाने में लगा हुआ है। तो वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने अफगानिस्तान के अमेरिकी बैंकों में जमा पैसों को फ्रीज कर दिया है।

राजनीतिक पहुंच बढ़ाने में लगे तालिबानी नेता

अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद कट्टरपंथी संगठन तालिबान अब राजनीति के रास्ते अफगानिस्तान में हुकूमत करने की सोच पाले बैठा है। अब तालिबान अपनी सरकार बनाने के लिए राजनीतिक मेल मिलाप बनाने की कवायद में जुट चुका है। तालिबानी नेताओं ने इसके संकेत दिए हैं। पहले मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तालिबान ने दुनिया के सामने खुद को पेश किया और अब कतर के दोहा में जल्द ही तालिबानी नेताओं और अफगानिस्तान के राजनेताओं के बीच बैठक होगी। इस बैठक में पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई भी शामिल होंगे। तालिबानी नेताओं ने बुधवार को काबुल में ही हामिद करजई से मुलाकात की। हमिद करजई के अलावा अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह भी बैठक में मौजूद रहे।

महिलाओं को बुर्का पहनने को नहीं किया जाएगा मजबूर?

तालिबान नेता इस बात से वाकिफ हैं कि भले ही उन्होंने बेहद कम समय में पूरे देश में अपना सिक्का जमा लिया हो लेकिन अफगानिस्तान पर हुकूमत करना इतना आसान नहीं होगा। देश में तमाम धार्मिक, जातीय गुटों को साथ लेकर चले बिना सत्ता चलाना उनके लिए आसान नहीं होगा। इससे पहले तालिबान ने महिलाओं के प्रति अपने रुख में नरमी के भी संकेत दिए हैं। तालिबान ने संकेत दिया है कि महिलाओं को पूरा शरीर ढंकने वाला बुर्का पहनने को मजबूर नहीं किया जाएगा।

अमेरिका ने अफगान सरकार की संपत्ति की फ्रीज

एक ओर जहां तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद अमीर बनने के सपने देख रहा है। तो दूसरी ओर अमेरिका ने तालिबान के अरमानों पर ब्रेक लगा दी है। तालिबान भले ही अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद सरकार गठित करने की तैयारी में है, लेकिन उसे देश चलाने के लिए फंड के मोर्चे पर परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अमेरिका ने अमेरिकी बैंकों में रखी अफगान सरकार की संपत्ति को फ्रीज कर दिया। इससे तालिबान अमेरिकी बैंकों से अफगानिस्तान के खजाने को हासिल नहीं कर पाएंगे।

तालिबान की क्रूरता से वाकिफ अफगानिस्तानी

बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान पूरी तरह से काबिज हो चुका है। अफगानिस्तान के नागरिक वहां से भागने को मजबूर हैं। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अब तालिबान अफगानिस्तान के लोगों को भरोसा दिलाने में लगा हुआ है। लेकिन वहां की आवाम तालिबानियों की क्रूरता से पूरी तरह वाकिफ है। तालिबानी नेता हुकूमत कायम रखने के लिए राजनीति की सीढ़ियां चढ़ना शुरू कर चुके हैं। लेकिन उनकी ये चाल कितनी कारगर साबित होगी ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

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