नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने गुरुवार को मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाईक के भाषणों को आपत्तिजनक बताते हुए संकेत दिया कि सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। नायडू ने कहा, “गृह मंत्रालय सबका विश्लेषण करेगा।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नाईक के भाषण ‘आपत्तिजनक’ हैं।
विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाईक हाल में तब सुर्खियों में आए, जब खुलासा हुआ कि ढाका के चर्चित कैफे पर एक जुलाई को हमला करने वाले आतंकियों में दो उसके भाषणों से प्रेरित हुए थे।
मारे गए आतंकियों में शामिल बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग के नेता का पुत्र रोहन इम्तियाज ने पिछले साल फेसबुक पर जारी एक संदेश में पीस टीवी के धर्म प्रचारक नाईक का हवाला दिया था, जिसमें नाईक ने कहा है, “सभी मुसलमानों से आतंकी बन जाने का आग्रह कर रहा हूं।”
बांग्लादेश हमले की निंदा करते हुए नायडू ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म या क्षेत्र नहीं होता। उन्होंने इसके खिलाफ पूरी दुनिया से एकजुट होने का आह्वान किया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने बुधवार को संकेत दिया था कि सरकार नाईक के खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा था कि यह कानून का मामला है और इससे जुड़ी एजेंसियां उचित कार्रवाई करेंगी।
नाईक मुंबई स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है। ब्रिटेन और कनाडा ने दूसरे धर्मो के प्रति नफरत वाले भाषणों को लेकर उस पर प्रतिबंध लगा रखा है।
(आईएएनएस)