नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी तरह का ‘दबाव या हड़ताल’ देश में अवैध बूचड़खानों को बंद होने से नहीं बचा सकता। राज्यसभा में अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाने पर बोलते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री नकवी ने कहा “यह वैधता और अवैधता (बूचड़खाना) का मामला है।
अवैध बूचड़खाने न केवल मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक हैं।” उन्होंने कहा कि इसके समर्थन में चाहे कितने ही दबाव या हड़ताल क्यों न हों इन्हें बंद करने से कोई नहीं रोक सकता। उत्तर प्रदेश में ऐसे कारोबारियों द्वारा जारी विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए इस मुद्दे को शून्यकाल के दौरान उठाया। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में अवैध बूचड़खानों को बंद कराने की एक मुहिम शुरू की है, जिसमें अन्य राज्य भी शामिल हो गए हैं।
उन्होंने कहा, “लोगों को क्या खाना चाहिए, इस पर सरकार के तानाशाही रवैये से उनकी पसंद का अधिकार छीना जा रहा है और यह उनके मानवाधिकार का अपमान है। लोग किस तरह जिएंगे और वे क्या खाएंगे, इस पर सरकार को हुक्म जारी नहीं करना चाहिए।”