नई दिल्ली। दिल्ली निगम चुनावों में भाजपा के हैट्रिक लगाने के बाद तमाम राजनीतिक पार्टिय़ों के होश उड़े हुए हैं। खासकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज आप और अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के नेताओं में हाहाकार मचा हुआ है। राजनेता हार के बाद पार्टियों से किनारा करने में लगे हुए हैं। गुरूवार(27-04-17) को आप को एक और झटका लगा है। पार्टी के दिग्गज नेताओं में शामिल संजय सिंह ने अपने साथियों के साथ पार्टी को अलविदा कह दिया है।
मैंने पंजाब के प्रभारी पद से अपना इस्तीफ़ा राष्ट्रीय संयोजक @ArvindKejriwal जी को दे दिया है, दुर्गेश ने भी सह प्रभारी पद छोड़ा।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) April 27, 2017
एक साथ दो झटके
गुरूवार को इस्तीफों की झड़ी में पहले पंजाब प्रभारी पद से संजय सिंह ने इस्तीफा दिया, फिर पंजाब के सह प्रभारी दुर्गेश पाठक ने भी अपना पद छोड़ दिया।
हार की स्वीकार
दिल्ली में शिकस्त के बाद आप के कई नेताओं ने हार को खुद स्वीकार किया। बुधवार(27-04-17) की शाम दिल्ली के प्रदेश संयोजक दिलीप पांडे हार मानते हुए कुर्सी त्याग दी। वहीं, आप के दिल्ली प्रभारी आशीष तलवार ने भी इस्तीफा सौंप दिया है। विधायक अल्का लांबा और कपिल मिश्रा ने हार की जिम्मेदारी ली। खुद देर शाम केजरीवाल ने हार मानते हुए ट्विट किया कि वो भाजपा के साथ मिलकर दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे।
कांग्रेस भी है परेशान
देश में अपने खोए हुए अस्तित्व को वापस पाने के लिए कोशिश करने में लगी हुई कांग्रेस ने य़ूपी विधानसभा चुनावों में सपा के साथ हाथ मिलाकर चलने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब रही। दिल्ली में पैठ बनाने की कोशिश भी नाकाम रही। लगातार मिल रही हार के कारण कांग्रेस परेशान है। चुनावों में अपनी जबरदस्त हार के बाद कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने अजय माकन ने इस्तीफा दे दिया।
हार के बाद कांग्रेस के नेता एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ने में लगे हुए हैं। माकन के इस्तीफा देते ही शीला दीक्षित ने माकन को हार का जिम्मेदार ठहरा दिया।
आशु दास