दो महीने से ज्यादा चले डोकलाम विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझा लिया गया है। और चीन ने डोकलाम से अपने पैर पीछे ले लिए हैं। लेकिन चीन अपनी दादागिरी दिखाने से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल डोकलाम सीमा पर अब चीन अपनी पेट्रोलिंग बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। गुरुवार को इसकी जानकारी चीनी रक्षा मंत्रालय की तरफ से आई है। पेट्रोलिंग बढ़ाने के साथ चीन सीमा पर सेना की तैनाती को भी बढ़ावा देने वाला है।
चीनी रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता रेन गुओकिंग के अनुसार राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए चीन डोकलाम सीमा पर अपनी पेट्रोलिंग बढ़ाएगा। प्रवक्ता इस दौरान पाकिस्तान के बारे में बात की। चीनी प्रवक्ता ने बताया है कि ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद पर चर्चा नहीं होगी। चीन की तरफ से यह साफ कहा गया है कि आतंकवाद को लेकर भारत काफी चिंता करता है लेकिन ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान आतंकवाद पर चर्चा नहीं की जाएगी। वही चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए काफी प्रयास किए हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा है कि पाकिस्तन ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए काफी सारे काम और बलिदान दिए हैं। और आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान का काम सहारनीय है। चीन की तरफ से कहा गया है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मान्यता देनी चाहिए। लेकिन देखने वाली बात यह है कि डोकलाम विवाद को अंतरराष्ट्रीय ब्रिक्स सम्मेलन से पहले ही सुलझा लिया गया है और तीन सितंबर को पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन जा रहे हैं।