हरिद्वार। बीते दिनों प्रेमनगर आश्रम के सामने सियासी जंग मैदानी जंग में बदल गई थी। सूबे की सियास के दो चेहरे मदन कौशिक और सतपाल महाराज के बीच चल रही सियासी जंग जग जाहिर है। लेकिन इस जंग का खामियाजा हरिद्वार के मेयर को उठाना पड़ा । मदन कौशिक के समर्थकों ने मेयर और सतपाल महाराज के आश्रम के लोगों के बीच अतिक्रमण और जलभराव को लेकर हो रही बहस को खूनी रंग में रंग दिया। इलाके की सड़कों पर घंटो अराजकता फैली रही। कई लोग बुरी तरह जख्मी भी हुए मेयर को भी चोटें आई। लेकिन ये तकरार अब और ज्यादा बढ़ गई है।
पहले आश्रम आकर इस पर मदन कौशिक ने इस आग पर पानी डालने का काम किया लेकिन आश्रम प्रशासन ने मदन कौशिक इस कवायद पर पानी फेर दिया था। मंत्री सतपाल महाराज किसी भी कीमत पर समझौते के मूड में नहीं है। जिसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दोनों मंत्रियों के बीच बढ़ती तल्खियों के बीच आश्रम का दौरा किया । उसी वक्त पहले तो मदन कौशिक ने कुछ बोलने से इनकार कर दिया लेकिन एक बयान देते हुए उन्होने कहा कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा , चाहे वो कोई भी क्यूं ना हो।
इसके बाद सतपाल महाराज ने भाजपा अध्यक्ष से दो टूक शब्दों में साफ किया कि इस मामले में बिना कार्रवाई के वो किसी को नहीं छोड़ने वाले हैं। इसके बाद ये बात धर्मनगरी से निकल कर सियासी गलियारों तक जा पहुंची है। इसके बाद भाजपा की अनुशासन समिति और प्रदेश अध्यक्ष ने इस मसले को सुझाने का बीड़ा उठाया है। इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने 2 सदस्यीय समिति को इस पूरे प्रकरण की जांच कर 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट देने को कहा है। इस समिति में प्रदेश भाजपा अनुशाशन समिति के अध्यक्ष ज्ञान सिंह और महामंत्री प्रकाश हरबोला शामिल हैं।
हांलाकि अभी तक समिति ने इस मामले में किसी से कोई बातचीत या पूछता नहीं की है। लेकिन पहले मदन कौशिक के साथ मेयर मनोज गर्ग के जो स्वर बुलंद हुआ करते थे। अब नरम पड़ने लगे हैं, मेयर ने जांच समिति के गठन के बाद कहा कि पार्टी माई-बाप है पार्टी का जो निर्णय होगा वो सही है। इस पूरे मामले में अगर राजनीति का कोई रंग है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए। जिसके बाद अब मदन कौशिक अलग-थलग होते दिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि सतपाल महाराज के लिए जिस कंधे का इस्तेमाल मदन कौशिक ने किया था वो कंधा अब बेगाना होता दिख रहा है। जिसके बाद आने वाले दिनों में मदन कौशिक के तेवर भी नरम पड़ेंगे।