कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात मे शंकर सिंह वाघेला प्रकरण के निपटारे के लिए गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी को शनिवार को दिल्ली बुलाया है। सूत्रों के अनुसार मुलाकात के बाद पार्टी वाघेला पर फैसला कर सकती है। दरअसल वाघेला ने शुक्रवार को कहा था कि पार्टी ने उनको निष्काषित कर दिया है और उन्होंने नेतृत्व को खरी खोटी सुनाई थी। सगुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने शुक्रवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्हें पिछले लंबे वक्त से कांग्रेस पार्टी से नाराजगी चल रही थी।
लेकिन वाघेला का ऐसा करना कांग्रेस पार्टी से लिए काफी बुरा साबित हो सकता है। इस साल के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में वाघेला का पार्टी से निकलना कांग्रेस पार्टी के लिए झटका साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि माना जाता है कि गुजरात कांग्रेस के पास वाघेला से बड़ा चेहरा नहीं है। इसलिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
वाघेला ने जो भी आरोप कांग्रेस पर लगाए हैं उनपर कांग्रेस की सफाई भी आई है। संबंधित मामले में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुजेवाला ने कहा है कि वाघेला पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है और उन्हें पार्टी से भी नहीं निकाला गया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी छोड़ने का फैसला उनका है। सुरजेवाला ने कहा है कि वाघेला अगर चाहते तो उन्हें अध्यक्ष के तौर पर भी नियुक्त किया जा सकता था। वही राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग की बात सामने आने के बाद वाघेला की नाराजगी कांग्रेस से और भी ज्यादा बढ़ गई।