नई दिल्ली। इस बार अमर नाथ यात्रा के शुरू होने के पहले सुरक्षा एजेन्सियों ने आगाज किया था कि आतंकी संगठन इस बार यात्रा में कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। इसके बाद अनंतनाग में आतंकियों ने सुरक्षा दस्ते पर हमला कर इस बात को पुष्ट कर दिया था। उनका मकसद और निशाना कहीं और है। ताजा हमला अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों की एक बस पर हुआ है।
Pained beyond words on the dastardly attack on peaceful Amarnath Yatris in J&K. The attack deserves strongest condemnation from everyone.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2017
ये बस प्राइवेट यात्रियों की थी। जो कि बाल्टाल से मीर बाजार की ओर जा रही थी। इसी दौरान बाइक सवार आतंकियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद आंतकी फरार हो गये। इस वारदात में 7 लोगों की मौत हो गई है तो 15 लोगों से अधिक गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। मारे गये सभी यात्री गुजरात के रहने वाले हैं।
My thoughts are with all those who lost their loved ones in the attack in J&K. My prayers with the injured.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2017
अमर नाथ यात्रियों पर हुए इस हमले की घोर निंदा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा है भारत ऐसे कायरतापूर्ण हमलों और आतंकियो के नापक मंसूबों के आगे झुकने वाला नहीं है। उन्होने इस बारे में तत्काल सूबे की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और राज्यपाल एन एन वोहरा से फोन पर बातचीत कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
India will never get bogged down by such cowardly attacks & the evil designs of hate.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2017
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में इस बात का जिक्र करते हुए अपनी संवेदना हमले में मारे गये लोगों के प्रति देते हुए कहा कि यात्रियों पर हुए इस हमले का दर्द बंया करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है। हांलाकि इस आतंकी हमले के बाद देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने फौरन सूबे की मुख्यमंत्री और राज्यपाल से बात की है। इसके साथ ही सूबे की सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए गये हैं।
I have spoken to the Governor and Chief Minister of J&K and assured all possible assistance required.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2017
घटना के बाद पीएमओ में हलचल बढ़ गई है। तुरंत इस मामले को लेकर आपात बैठक बुलाई गई है। गृहमंत्रायल के सूत्रों की माने तो इस हमले की पीछे लश्कर की साजिश लगती नजर आ रही है। बैठक में शामिल होने के लिए एनएसए अजीत डोभाल के साथ गृहमंत्रालय और सुरक्षा से जुड़े कई बड़े अफसर साउथ ब्लॉक पहुंच गए हैं।