बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित लोक संवाद के कार्यक्रम में भाजपा खुली चुनौती दे दी है। भाजपा में हिम्मत है तो वह एक साथ बिहार और यूपी में चुनाव कर सकते है। नीतिश ने कहा की वह सभी बीजेपी और एनडीए के नेता जिन्होंने लोकसभा में जीत दर्ज की थी अगर वे इस्तीफा देते हैं तो वह चुनाव के लिए बिल्कुल तैयार है।
उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिहार की कानून की व्यवस्था को खराब बताया था,और कहा था की नीतिश कुमार बिहार में कब मध्यावधि चुनाव कराना चाहते है। नीतिश कुमार ने पटना में आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम में इसी बयान का पलट जवाब देते हुए कहा की केंद्र सरकार पर सवाल उठा दिए कहा की भाजपा सरकार किसानों के प्रति सहायक ही नहीं है। किसानों ना तो फसल का उचित मूल्य मिल रहा है ना तो कम खरीद किसानों का वर्तमान में किसानों का गंभीर संकट बनी हुई है।
बिहार में किसान कर्ज नहीं लेते है, और जिन किसानों ने कर्ज नहीं लिया था वो किसी भी प्रकार की समस्या से दूर है। कहा की बिहार में किसान कर्ज नहीं लेता है। सिर्फ किसानों का कर्ज माफ करने से कुछ हासिल नहीं होगा अलग-अलग जगहों पर हर किसी की अलग समस्या है। मोदी सरकार पर निशाना साध और कहा की किसानों को फसल का उचित मूल्या नहीं मिल रहा है जिसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार है.
नीतिश ने लोक संवाद में लोगों से सुझाव लिया जिसमें नीतिश ने 8 लोगों को सुझाव के लिए आमंत्रित किया लेकिन कुल पांच लोग ही सुंझाव देने पहुंचे थे।