जब अपराध होते हैं तो कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो जाते हैं, कि क्या पुलिस का खौफ नहीं रहा ? या कानून का डर अपराधियों से निकलता जा रहा है? वहीं सत्ता परिवर्तन के बाद सूबे को अपराध मुक्त करने का दावा करने वाली योगी सरकार की कानून व्यवस्था लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं। ऐसे में जेवर-बुलंदशहर गैंगरेप की वारदात ने योगी की कानून व्यवस्था एक बार फिर से विवादों में आ गई है। परिवार के मुखिया की हत्या और चार महिलाओं से गैंगरेप की वारदात ने पूरे सूबे की पुलिस व्यवस्था को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
हत्याकांड और गैंगरेप की वारदात पुलिस ने उस गैंग तक पहुंचने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है और शासन ने आरोपियों को पकड़ने के लिए मामला उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स को सौंपी है। जिसके बाद बृहस्पतिवार को पीड़ित महिला के बयानों के आधार पर चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। फिलहाल पुलिस दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है। सूत्रों की माने तो गैंगरेप मामले में पीड़िता अपने बयान से पलट गई है जिसके बाद इस मामले में एक और नया मोड़ आ गया है। पीड़िता का कहना है कि वो आरोपियों को नहीं जानती है।
क्या है पूरा मामला ?
बुधवार की रात जेवर-बुलंदशहर रोड से पीड़ित परिवार कार से जा रहा था। कार में 4 महिलाएं, 2 पुरुष और 2 बच्चे सवार थे। रास्ते में बदमाशों ने कार के टायर में गोली मारकर उसे रोक दिया, बाहर निकले लोगों से बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी, लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के साथ गैंगरेप की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। वहीं इस मामले में वेस्ट यूपी की कुख्यात एक्सल गैंग का नाम सामने आया है। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
एक्सल गैंग
इस गैंग की तलाश पुलिस को लंबे वक्त से है। यह गैंग लूटपाट करने के लिए वारदात को अंजाम नहीं देती, बल्कि लूटपाट के दौरान ये गैंग दुष्कर्म की वारदात को भी अंजाम देती है। हालांकि पुलिस अधिकारियों के अनुसार लूट की रकम बेहद मामूली है। आपको बता दें कि इसी गैंग ने पिछले साल बुलंदशहर में नेशनल हाईवे पर कार सवार महिलाओं के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था और ये गैंग पिछले तीन साल से लगातार ऐसी अपने मनसूबे को चरम सीमा तक पहुंचा रही है। वहीं पुलिस को आशंका है कि यह गैंग हरियाणा से यहां आकर वारदात को अंजाम देती है।
एक्सल गैंग पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। पिछले लंबे वक्त से ये गैंग पुलिस के लिए सिर का दर्द बनी हुई है और पुलिस के लिए चुनौती बनी इस गैंग को पकड़ने के पुलिस की लाख कोशिश नाकाम साबित हुई है।
प्रदीप शर्मा