मेरठ। घरेलू विवाद में इस्पेक्टर इंचौली ने युवक को थाने में बंद कर की 3 घंटे तक की युवक की पिटाई। हालत बिगड़ने पर थानेदार ने घायल युवक को परिजनो के हवाले कर दिया घायल युवक को लेकर परिवार वाले न्याय की गुहार लगाने पहुचे एसपी देहात के आवास पर पहुंचे और थानेदार के खिलाफ की कार्रवाई की मांग की।
दरअसल मामला मेरठ के थाना इंचौली का है जहां पर थानेदार का घिनौना चेहरा सामने आया है। थानेदार पर युवक को थाने में बंद कर 3 घन्टे तक पिटाई का आरोप है। इंचौली में चांद नाम का युवक रहता है। जिसकी मीट की दुकान है कुछ महीनो पहले चांद का ओर उसका भाई का आपस मे किसी बात को लेकर विवाद हो गया था विवाद इतना था कि चांद औऱ उसके भाई में मारपीट हो गई थी। जिसके चलते मामला थाने पहुँच गया था और पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की थी।
मामला कोर्ट में विचाराधीन है लेकिन आज शाम थानेदार ने चांद को थाने बुलाया और उसकी जमकर पिटाई की परिवार वाले थाने पहुँचे तो पहले उन्हें चांद से मिलने नही दिया गया लेकिन पुलिस की पिटाई से जब युवक की हालत बिगड़ गई तो पुलिस ने अपनी दबंगाई दिखाते हुए युवक को परिजनो के हवाले कर दिये और कहा कि इसको अस्पताल लेजा कर इलाज करा लो लेकिन परिजन चांद को अस्पताल ना लेजा कर सीधे एसपी देहात के आवास पहुँचे। और थानेदार के खिलाफ कार्यवाही की मांग की मौके पर पहुँची पुलिस ने युवक की गंभीर हालत देखते हुए परिजनो को आश्वासन दिया कि थानेदार के खिलाफ कार्यवाही होगी और घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया जहा उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस की पिटाई का सबूत युवक के मुंह से निकलता खून और युवक के शरीर पर पुलिस की पिटाई के निशान दे रहे है। हालांकि की हमने जब इस मामले पर पुलिस के अधिकारियों से बात करनी की कोशिश की तो पुलिस अधिकारियों ने मामला पुलिस से जुड़ा होने पर चुप्पी साध ली है देखना यह होगा कि इस युवक को पुलिस इंसाफ दिलाती है या फिर मामला विभाग से जुड़ा होने पर इसको कोई और रूप दिया जाता है। हलाकि की पुलिस ने इस युवक को इतनी बेरहमी से क्यों पीटा इसका जवाब तो वो थानेदार ही दे पायेगा।