नई दिल्ली। एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिकसीबीआई ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आम आदमी पार्टी से निष्कासित नेता कपिल मिश्रा द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने वाले कपिल मिश्रा CBI को तीन शिकायतें देकर आए हैं। FIR-1 केजरीवाल के रिश्तेदार की 50 करोड़ की लैंड डील, FIR-2 AAP नेताओं के विदेशी दौरे और FIR-3 केजरीवाल द्वारा 2 करोड़ के नकद लेन-देन की शिकायत।
इस मामले पर कपिल मिश्रा ने कुछ और ट्वीट किए हैं। उन्होंने लिखा है कि कुछ नेताओं द्वारा बीसियों विदेश यात्राएं, चंदे के पैसों से
सरकारी पैसों से और अवैध कैश से की गई हैं। जानकारी सार्वजनिक की जाए. कहां-कहां गए, कहां रुके, किन लोगों से मिले, क्या
डीलिंग हुई। कितने दिनों तक किस देश में रहे। पैसा कहां से आया? पासपोर्ट की डिटेल्स?
बता दें कि सीबीआई के पास भी केस लेने के अधिकार सीमित हैं। पहले तो वह कोर्ट के आदेश पर कोई केस ले सकती है या फिर कोई
राज्य सरकार उसके पास कोई मामला जांच के लिए भेजे, लेकिन दिल्ली केंद्र के अधीन आती है। इसलिए उम्मीद है कि कपिल मिश्रा
की अर्जी ले ली जाएगी। वहीं इसके कानूनी पहलुओं को आगे देखा जाएगा।
इससे पहले कपिल ने अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए मी़डिया के सामने एक पत्र पढ़ा। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को चुनौती
दी कि इस्तीफा देकर किसी भी सीट से चुनाव लड़ लें। सीट आप चुनें मैं आपके खिलाफ लड़ने को तैयार हूं। उन्होंने सीबीआई में जाने से पहले कहा कि भ्रष्टाचार के लिए लड़ना और सच के लिए अड़ना आप से ही सीखा है। जिस गुरु से धनुष-बाण सीखा आज उसी पर तीर चलाना है। मन बहुत भारी है। अरविंद केजरीवाल आप जानते हैं कि मैं किस पैसे के लेन-देन की बात कर रहा हूं। उस दिन मैंने एसीबी को खत न लिखा होता तो आप मुझे आनन-फानन में न निकालते। आपके पास धन-बल है और मैं अकेला हूं।
कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया है कि आप नेताओं का काम देशविरोधी है। आप नेताओं की विदेश यात्राओं की डिटेल्स सार्वजनिक होनी
चाहिए। अगर डिटेल्स सार्वजनिक नहीं हुई तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा।