इलाहाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इलाहाबाद हाईकोर्ट की 150वीं वर्षगांठ कार्यक्रम में शामिल हुए और दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। इस प्रोग्राम में पीएम मोदी और योगी सहित कई बड़ी हस्तियां मंच पर मौजूद है जिनमें जस्टिस जेएस खेहर, यूपी के राज्यपाल राम नाईक , कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद शामिल है।
इस समारोह की शुरुआत होने से पहले राज्यपाल सहित सीएम योगी ने इलाहाबाद के बमरौली एयरपोर्ट से पीएम को रिसीव किया। जिसके बाद सभी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। वहीं इस समारोह के पहले आयोजन स्थल पर शॉट सर्किट हुआ था लेकिन हालात पर जल्द ही काबू पा लिया गया। कहा जा रहा है ये कार्यक्रम 12:15 बजे के आसपास खत्म किया जाएगा। जिसके बाद पीएम बमरौली एयरपोर्ट आएंगे और वहीं पर लंट करके वापस चले जाएंगे। हालांकि इस कार्यक्रम की शुरुआत ठीक एक साल पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने की थी।
जानिए क्यों खास है इलाहाबाद हाईकोर्ट?
-इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना के 151 साल पूरे हो चुके है।
-17 मार्च 1866 को इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना हुई थी।
-हाइकोर्ट की एक बेंच लखनऊ में है जहां पर 8 जिलों के केसों की सुनवाई होती है।
-अभी हाईकोर्ट से 17, 000 वकील जुड़ चुके है।
-स्थापना के समय सिर्फ 6 ही जज थे और अभी हाईकोर्ट के जजों के 160 पद है।
-इस हाईकोर्ट का अपना म्यूजियम है।
योगी के संबोधन की खास बातें:-
- हाइकोर्ट ने कानून के उच्च मानक स्थापित किए
- वादियों को निष्पक्ष न्याय देना कानून का कर्तव्य
- कानून शासकों का शासक है
- हाईकोर्ट ने ऐतिहासिक फैसले दिए
- न्याय और विधि एक दूसरे के पूरक है
- कानून का स्थान शासके से ऊपर होता है
- कानून से चलता है समाज
- कानून से कोई बड़ा नहीं होता
- समारोह में शामिल होना गर्व की बात
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें:-
- क्यों ना वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए सुनवाई हो?
- सरकार कानून कम करना चाहती है
- न्याय व्यवस्था में हो तकनीक का इस्तेमाल
- अब तक 1200 कानूनों को खत्म कर चुके है
- 2014 में मैं देशवासियों के लिए अपरिचित था
- 2022 तक देश के लिए कुछ कर सकते है क्या हम?
- सवा सौ करोड़ देशवासियों की अपनी ताकत होती है
- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आजादी के आंदोलन को बल दिया
- गांधी जी ने कहा था आजादी के अंतिम छोर पर खड़े इंसान की कल्पना कीजिए
- कानून सिर्फ अमीरों के लिए नहीं
- कानून का लक्ष्य सभी लोगों का कल्याण
- सीजीआई के हर शब्द से दर्द महसूस हुआ
- कानून ऐसी चीज है जो बदलती रहती है
- मुझे भरोसा है कि CJI के संकल्प पूरे होंगे
- अपने जिम्मे को पूरा करने का प्रसास करेंगे
- सीजीआई के दिल की बात मन से सुन रहा था
- सरकार अपनी जिम्मेदारी पूरी करेगी
- इलाहाबाद हाईकोर्ट भारत के न्याय का तीर्थ स्थल
- समारोह में शामिल होना गर्व की बात