मेरठ। प्रदेश में योगी की सरकार आते ही ऐसे अधिकारी भी एक्शन मोड़ दिखाई दे रहे है जो अपने कार्यालयों में कभी कभी दिखते थे, और अब अधिकारी न केवल अपनी सीट पर बैठे दिखाई देते है बल्कि योगी इफेक्ट के चलते अपने विभाग को बेहतर से बेहतर बनने की कोशिश में लगे हैं, हम बात कर रहे है मेरठ के आर टी ओ विभाग और आरटीओ अधिकारी ममता शर्मा की।
आज मेरठ आरटीओ ममता शर्मा ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इफेक्ट से अचानक अपने विभाग में निरीक्षण का मन बना लिया, और निकल पड़ी। जैसे ही आर टी ओ ने अपने विभाग में घूमना शुरू किया था, वैसे ही अव्यवस्थाओं का अम्बर दिखने लगा। विभाग में गंदगी का अम्बर था, जिन खिड़कियों पर पब्लिक आकर अपने लाइसेंस के सम्बन्ध में अधिकारियो कर्मचारियों से पूछताछ करते थे, उन खिड़कियों पर मकड़जाल लगे हुए थे। कोई सूचना भी वहां लगे सूचना पट पर नही लिखी हुई थी, कुछ से तो सूचना पट ही गायब थे। दो युवको ने आरटीओ से शिकायत की, कि वो अपने काम को लेकर काफी दिनों से घूम रहे है, लेकिन अधिकरी और कर्मचारी उनका काम नही करते, और जब विभाग में जानकारी करते है तो खिड़किया बन्द मिलती है। शिकायत पर तत्काल वह आरटीओ रजिस्ट्रेशन वाली खिड़की पर पहुंची, जो की बंद दी, वहां बैठने वाले बाबू के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए, साथ ही आर टी ओ परिसर में गंदगी का अम्बर मिला, जिसको लेकर भी अधिकारियो को जमकर डांट लगाई गई।
आरटीओ ने बतया कि उनके विभाग का भवन खराब हो गया है, और जगह कम होने की वजह से काम सही से नही हो पाता, जिसके लिए शासन से एक बिल्डिंग और बनवाई जा रही है, इस बिल्डिंग का काम राजकीय निर्माण निगम को दिया गया है, लेकिन पेमेंट के बाद बीच निर्माण निगम ने अपना काम पूरा नही किया है, जिसके लिए भी उच्चधिकारियों को लिखा जाएगा। साथ ही निर्माण निगम के अधिकारियो ने आर टी ओ विभाग की बाउंड्री की दीवारों का पैसा ले लिया लेकिन दीवारे पूरी नही बनाई गई है, ऐसे में निर्मण निगम के अधिकरी गोलमाल कर रहे है, जिसकी शिकायत भी की जाएगी, या तो निगम पैसे को सरेंडर करे अन्यथा निर्मण निगम के सम्बंधित अधिकारियो पर कारवाही के लिए लिखा जाएगा।
आपको बता दें कि मेरठ के आर टी ओ विभाग के बाहर दलालो का बोल बाला है, जिसको विभाग के लोग भी अच्छे से जानते है, लेकिन आज तक भी उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई। आरटीओ की माने तो वो कई बार पुलिस अफसरों को दलालो को हटाने के लिए लिख चुकी है, लेकिन पुलिस उनका साथ नही देती, ऐसे में वो लाचार है, और दलाल अपना काम पूरी तरह से कर रहे है।
-शानू भारती