देहरादून। उत्तराखण्ड में आपदा के लिहाज से संवेदनशील इलाकों के स्थापित डाकघरों को जल्द ही मौसम विभाग की ओर से एक चिट्ठी दी जाएगी। उत्तराखण्ड डाक विभाग ने इस सिलसिले में भारत मौसम विभाग के सम्मुख प्रस्ताव रखा है। हालांकि, बात अभी प्रारंभिक स्तर पर है, लेकिन दोनों ही महकमे इसे लेकर उत्साहित हैं।
मुहिम के परवान चढ़ने पर डाकघरों में एलईडी स्क्रीन पर मौसम का पूर्वानुमान डिस्पले होगा। यानी, लोग यह जान पाएंगे कि कब बारिश की संभावना है और कब पारा उछाल भरेगा। खेती, यात्रा आदि के लिए कौन सा वक्त मुफीद होगा। यही नहीं, डाक विभाग ने डाकघरों में ऑटोमैटिक वैदर सिस्टम लगाने का सुझाव भी मौसम विभाग को दिया है।
प्रदेश सरकार द्वारा गत दिनों पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 2718 से ज्यादा डाकघर हैं। इसमें ढ़ाई हजार से ज्यादा ग्रामीण इलाकों में स्थापित हैं। उत्तराखंड परिमंडल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) उदयकृष्ण के अनुसार मौसम विभाग से डाकघरों में ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम लगाने के साथ ही मौसम पूर्वानुमान से जुड़ी हर जानकारी डाकघर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का आग्रह किया है। इसके तहत प्रथम चरण में प्रधान डाकघरों में एलईडी स्क्रीन लगाने का प्रस्ताव है। इससे वहां आने वाले लोगों को मौसम की पूरी जानकारी मिल सकेगी। धीरे-धीरे इस मुहिम को शाखा डाकघरों तक ले जाया जाएगा। इस पहल के परवान चढऩे पर लोगों को फायदा होगा।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक सीपीएमजी की ओर से प्रस्ताव आया है। देखा जा रहा है कि किस प्रकार से मौसम से जुड़ी जानकारियां डाक विभाग के माध्यम से दी जा सकती हैं। इस संबंध में जल्द ही सीपीएमजी से वार्ता की जाएगी और फिर मसौदे को उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।