featured देश यूपी

गायत्री प्रजापति के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट, पासपोर्ट भी हुआ जब्त

gayatri prajapati गायत्री प्रजापति के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट, पासपोर्ट भी हुआ जब्त

लखनऊ। काफी दिनो सें फरार बलात्कार के आरोपी गायत्री प्रजापति पर कानूनी शिकंजा लगातार कसता चला जा रहा है और आज उनके खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके पार्सपोर्ट को रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी गई है ताकि अगर वो भागने की कोशिश करें तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाए।

gayatri prajapati गायत्री प्रजापति के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट, पासपोर्ट भी हुआ जब्त

इन्हीं सबके बीच यूपी के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने ट्वीट करते हुए अखिलेश यादव से पूछा है कि वो ही बताएं कि आखिर उन्होंने अपने पूर्व मंत्री को कहां छिपाया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति अगर देश छोड़कर भागने में कामयाब हुए तो इसकी जिम्मेदारी सीएम अखिलेश यादव की होगी कहां छुपाया है बताएं।

 

हालांकि हाल ही में एक रैली के दौरना सूबे के मुखिया अखिलेश यादव ने अपने पूर्व मंत्री से सरेंडर करने की बात कहीं थी तो वहीं यूपी के राज्यपाल ने भी इसी बात को दोहराया। वहीं शनिवार देर शाम गायत्री और 6 अन्य के खिलाफ वॉरंट जारी किया गया है।

ये है पूरा मामला?

बता दें कि अक्टूबर 2016 में एक महिला ने गायत्री पर रेप का आरोप लगाया था। महिला ने कहा था कि गायत्री अपने गुर्गों के साथ 60-60 दिनों तक होटल के कमरे बुक करवा कर उनका उत्पीड़न किया करते थे। उस समय महिला ने यह भी कहा था कि प्रजापति ने नशीला पदार्थ उसकी चाय में मिलाकर अपने गुर्गो के साथ उसके साथ दुष्कर्म किया। हालांकि ये पूरा मामला 17 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद दर्ज किया गया। वहीं 27 फरवरी को वो अपने चुनाव क्षेत्र अमेठी में आराम से घूमते हुए दिखाी दिए और अब उसे पुलिस फरार बता रही है।

विवादों से प्रजापति का है गहरा नाता

गायत्री कई बार पहले भी विवादों में रहे हैं। सितम्बर 2016 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण विवादों में रहने वाले गायत्री प्रजापति बर्खास्त कर दिया था। गायत्री तब खनन मंत्री थे और उन पर खनन मंत्री रहते हुए अवैध खनन की गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप था। हालांकि इसके कुछ दिन बाद ही गायत्री को दोबारा मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। तब उन्होंने मुलायम को भगवान बताया था। गायत्री ने कहा था, ‘नेताजी को बधाई, मुख्यमंत्री जी को विशेष बधाई। नेताजी भगवान हैं।’ उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने अन्याय के खिलाफ काम किया। मैं गरीब के घर पैदा हुआ हूं। मुझ पर विरोधियों ने झूठे आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुलायम और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पैर भी छुए।

Related posts

भागलपुर में अपराधियों ने हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया, पुलिस के हाथ अभी तक खाली

bharatkhabar

19 अप्रैल 2022 का पंचांग: मंगलवार, जानें आज का शुभ मुहूर्त और राहुकाल

Neetu Rajbhar

किसान महापंचायत: किसानों ने राजनीतिक दलों से किया किनारा

Aditya Mishra