पटना। राजधानी पटना के खगौल क्षेत्र में पिछले दिनों में दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद नगर में शांति, सौहार्द और आपसी भाईचारा बनाएं रखने के लिए स्थानीय आम नागरिकों की ओर से खगौल की सड़कों और गलियों में हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई, हम सब एक हैं, भारतमाता की जय, नारों के साथ पहली बार विशाल शांति मार्च निकला। शांति मार्च खगौल थाना परिसर से निकलकर मोतीचौक बाजार, नीमतल्ला, छोटी-बड़ी खगौ, नारों के साथ समाप्त हो गया। इस मौके पर सांस्कृतिक संस्था सम्पूर्ण कल्याण विकास समिति, खगौल की ओर से ज्ञानी प्रसाद के निर्देशन में सांप्रदायिक एकता, भाईचारा पर आधारित नुक्कड़ नाटक ‘अफवाह ‘ की प्रस्तुति की गयी।
शांति मार्च में आमजनता के अलावा बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, साहित्यकार, सांस्कृतिकर्मी, समाजसेवी, दुकानदारों, नगर पार्षदों सहित सभी वर्गों के लोग भारी संख्या में शामिल थे। सबों ने पहली बार इस तरह की दो पक्षों की बीच घटी घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि विश्वप्रशिद्ध वैज्ञानिक आर्यभट्ट और चाणक्य की कर्म भूमि एवं अनेकता के एकता का दुनिया को सन्देश देने वाला सांस्कृतिक नगरी को बदनाम करने की साजिश हो रही है। इसे हम हिन्दू-मुस्लिम भाइयों को मिल कर इस साजिश को नाकाम करना है और ऐसे भटके लोगों को आपसी भाईचारा शांति के साथ आपस में मिल कर रहने का सन्देश देना है ।
थानाध्यक्ष संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि आम जनता की ओर से निकाला गया शांति मार्च समाज को एकता और शांति का सन्देश देने वाला है, इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय कम है । स्थानीय लोगों के भाईचारा और आपसी सौहार्द का मिशाल पहले से चली आ रही है, इसे किसी कीमत पर बिगड़ने नहीं देना है। पर कानून के दायरे में ला कर समुचित कार्रवाई भी करने में पीछे नहीं रहेगी । नगरपरिषद के अध्यक्ष सुजीत कुमार और कार्यपालक पदाधिकारी प्रभात रंजन ने कहा कि दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद खगौल नगर की काफी बदनामी हुई है, इस बदनामी को मिटाने के लिए हमलोग एकजुट होकर शांति और भाईचारा बनाने की कोशिश करने का प्रयास आगे भी करते रहेंगे ।