देहरादून। आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य के तथाकथित आरक्षण के मुद्दे पर दिए बयान से सत्ता की राजनीति को हवा मिल गई है। वैद्य के इस बयान के बाद से उत्तराखण्ड में सियासत जोर पकड़ने लगी है। शनिवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरएसएस के प्रवक्ता मनमोहन वैध के आरक्षण खत्म करने के बयान को संविधान की भावना और डा. भीम राव अम्बेडकर का अपमान बताया है।
रावत ने कहा कि आरएसएस इस तरह के बयानो से देश और समाज को अलग-अलग बांटना चाहती है। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस का एक भी कार्यकर्ता है तो भाजपा के मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे| चुनाव के समय भाजपा के मार्गदर्शक संगठन द्वारा ऐसी बातें करना संदेह के साथ-साथ संविधान की भावना व संविधान निर्माता डा. भीम राव अम्बेडकर का भी अपमान है| हम यह किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।