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महाराष्ट्र की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता का मुकदमा लड़ेंगे उज्‍जवल निकम

Devendra Fadasvis महाराष्ट्र की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता का मुकदमा लड़ेंगे उज्‍जवल निकम

अहमदनगर (महाराष्ट्र)। विशेष लोक अभियोजक उज्‍जवल निकम ने सोमवार को कहा कि वह महाराष्ट्र की एक स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी हत्या का मुकदमा लड़ने को तैयार हैं। इस मामले में हुई भयानक क्रूरता को देखते हुए इसकी तुलना दिल्ली के निर्भया कांड से की जा रही है। निकम का बयान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा विपक्षी पार्टियों को आश्वासन दिए जाने के बाद आया है। फडणवीस ने कहा कि सरकार इस मामले की त्वरित (फास्ट ट्रैक) सुनवाई कराएगी और केस लड़ने के लिए निकम को नियुक्त करेगी।

Devendra Fadasvis

निकम ने संवाददाताओं से कहा, “यह एक भयानक घटना है और सभी जांचों के अध्ययन के बाद मैं मुकदमा लड़ूंगा।”

गत 13 जुलाई को अहमदनगर जिले के कोपार्डी गांव में यह घटना हुई थी। परिजनों को 14 वर्षीया लड़की की क्षत विक्षत लाश खेत में एक पेड़ के नीचे मिली थी, जिससे पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई थी। पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उसके दांत और हाथ तोड़ दिए गए थे, पूरे शरीर के मांस नोच लिए गए थे तथा गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। घटना से महाराष्ट्र में एक बड़ा राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है। विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार से शुरू हुए विधानसभा के मानसून सत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिव सेना की सरकार को निशाने पर लिया है।

घटना के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने रास्ता रोको आंदोलन शुरू किया। सभी राजनीतिक दल सोमवार की देर शाम पीड़िता को न्याय दिलाने और जघन्य अपराध के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करेंगे।

कोपार्डी और आसपास के गांवों के लोग गुस्से में हैं। लोग रोज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पत्थरबाजी की घटनाएं हो रही हैं। ग्रामीणों ने सोमवार को एक विरोध रैली निकाली और रास्ता जाम किया। पुलिस अधीक्षक सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं और पुलिस टीम अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है जो घटना में संलिप्त हो सकते हैं।

त्रिपाठी ने कहा कि गिरफ्तार किए लोगों में जितेंद्र उर्फ पप्पू, नितिन जी. भाइलूमे और संतोष जी.भावल शामिल हैं और कम से कम दो अन्य लोगों की तलाश की जा रही है जो घटना में शामिल हो सकते हैं। आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने इन्हें सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटना के नौ घंटे के अंदर गिरफ्तारियां हुईं और राज्य की मनोधर्य योजना के तहत पीड़िता के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए हैं।

(आईएएनएस)

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